अडानी ग्रुप का एयरपोर्ट बिसिनेस्स अब भारत में ही नहीं बल्कि विदेशो में भी जाने वाला है। देश के सबसे अमीर लोगों में गिने जाने वाले गौतम अडानी ने केन्या में एक नई कंपनी शुरू की है ।
केन्या में नयी कंपनी का नाम
इस नई कंपनी का नाम अडानी ग्रुप ने एयरपोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी रखा है। यह कंपनी पूरी तरह से अडानी एंटरप्राइजेज नामक एक बड़ी कंपनी के अंदर आती है । अडानी एंटरप्राइजेज ने केन्या में नई कंपनी के बारे में यह खबर शेयर बाजारों के साथ साझा की।
केन्या के इस एयरपोर्ट में निवेश कि चर्चा
अडानी एंटरप्राइजेज ने बताया कि केन्या में एयरपोर्ट बिजनेस में निवेश करने को लेकर अभी बातचीत चल रही है। सब्सिडियरी कंपनी का उद्देश्य एयरपोर्ट्स को टेक ओवर करके उसे ऑपरेट और मैनेज करना है। अडानी समूह फ़िलहाल नैरोबी एयरपोर्ट जो केन्या की राजधानी में स्थित है उसमे निवेश करने की बातचीत कर रहा है।
भारत के बाहर अडानी ग्रुप का पहला Airport
अगर अडानी ग्रुप नैरोबी हवाई अड्डा में इन्वेस्ट कर देता है तो यह भारत से बाहर अडानी समूह का पहला एयरपोर्ट होगा। हालाँकि अडानी समूह ने अपने व्यवसाय को बढ़ने का जो समय चुना है वो शायद ठोस ठीक नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि फ़िलहाल इस ग्रुप को स्थानीय स्तर पर विरोधों का सामना करना पड़ रहा है। केन्या में स्थानीय लोग अडानी समूह के निवेश का विरोध कर रहा है।
कुल कितने एयरपोर्ट
अडानी ग्रुप नैरोबी एयरपोर्ट में निवेश कर पायेगा या नहीं ये तो बाद कि बात है। मगर फिलहाल अडानी के पास भारत में ही 7 एयरपोर्ट्स है। वो अभी सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, लखनऊ स्थित चौधरी चरण सिंह इंटरनेशनल एयरपोर्ट ,जयपुर इंटरनेशनल Airport ,मंगलुरु अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, गुवाहाटी का फेमस गोपीनाथ बोरदोलोई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, तिरुवनंतपुरम अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और मुंबई का छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट को मैनेज करते है। इसके साथ ही यह नवी मुंबई में भी एक नया Airport बना रहे है।