Germany Blue Mosque: देश की सबसे बड़ी और पुरानी मस्जिद को जर्मनी ने बंद कर दिया गया है। इस मस्जिद को चलाने वाले राष्ट्रव्यापी शिया मुस्लिम संगठन पर भी प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया गया है।
Germany की कई मस्जिदों पर हुई छापेमारी
एक रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस ने बुधवार की सुबह हैम्बर्ग की एक ब्लू मस्जिद के साथ ही साथ जर्मनी के 53 संपत्तियों पर छापा मारा है। यह देश में की गई सबसे अहम कार्रवाई में से एक है। इसको लेकर आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि वह हैम्बर्ग के इस्लामिक सेंटर और उससे जुड़े सभी संगठनों पर औपचारिक रुप से प्रतिबंध लगा रहा है। मंत्रालय का कहना है कि यह कदम यहूदी विरोधी भावना और हिजबुल्लाह को समर्थन देने के लिए उठाया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ बर्लिन, म्यूनिख और फैंकफर्ट में तीन अन्य मस्जिदों पर छापेमारी की करने के साथ ही इसे बंद कर दिया गया है।
Germany में किया जा रहा इस्लामवादी विचारधारा का प्रचार
आंतरिक मंत्री नैन्सी फैसर का कहना है कि जर्मनी में एक अधिनायकवादी और इस्लामावादी विचारधारा का प्रचार किया जा रहा है और यह विचारधारा मानवीय गरिमा, महिलाओं के अधिकार और लोकतांत्रिक राज्य के विरुद्ध है। मंत्री का कहना है कि हम किसी धर्म के खिलाफ काम नहीं कर रहे हैं। हम इस्लामवादियों के बीच स्पष्ट रूप से अंतर रखते है, जिनके खिलाफ सरकार की तरफ से कठोर कार्रवाई भी की जाती है।
राजदूत को दी गई थी चेतावनी
जर्मनी के इस एक्शन के विरोध में ईरान के विदेश मंत्रालय ने तेहरान में जर्मन राजदूत को ‘शत्रुतापूर्ण कार्रवाई की निंदा’ करने के लिए बुलाया है। राजदूत को ‘ऐसी विनाशकारी कार्रवाइयों के परिणामों’ के बारे में चेतावनी दी जा चुकी थी। तेहरान ने कहा कि “यह इस्लामोफोबिया का एक स्पष्ट उदाहरण है। जो जर्मनी कर रहा है।
बता दें कि आईसीएच जर्मनी में सबसे प्रमुख शिया संगठनों में से एक है। और मुसलमानों की केंद्रीय परिषद का संस्थापक सदस्य भी है। ये ग्रुप इतनी तेजी से फैला की जांच के दायरे में आ गया है। वहीं इस पर बैन लगाने की लगातार मांग उठ रही थी।