Periods At Early Age : आप सब ने गौर किया होगा की आजकल लड़कियों को छोटी उम्र में ही पीरियड्स आने लगे है। एक सर्वे के अनुसार पता चला है की 9 साल की उम्र से ही पीरियड्स आने वाली लड़कियों की संख्या पहले से दुगनी हो गयी है। ऐसे में लड़कियों में कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां होने का खतरा भी बढ़ रहा है।
वैसे तो हर लड़की को एक उम्र के बाद पीरियड्स आते है, आम तोर पर भारत में लड़कियों को 12 साल की उम्र से पीरियड्स आने शुरू हो जाता है तो वही अमेरिका में लड़कियों 16 -17 से। लेकिन आजकल कई लड़कियों को उनका पहला पीरियड सिर्फ 9 साल की छोटी सी उम्र में ही आ जाता है। ऐसे में इससे जुड़ी जानकारी ना होने के कारण उन्हें आगे चलकर कई हानिकारक समस्या हो सकती है। अब सवाल यह उठता है कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा है और आज कल के माता-पिता को क्या करना चाहिए।
क्या है पीरियड्स जल्दी आने वजह
अमेरिका में इसके पीछे की वजह जानने के लिए 71000 से ज्यादा महिलाओं पर एक रिसर्च की थी जिसमे यह पाया गया की ज्यादातर लड़कियों को रेगुलर पीरियडस् भी नहीं आ रहे हैं। इन इर्रेगुलर पीरियड्स के कारण पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम या पीसीओएस(PCOS) जैसी कई समस्याएं हो रही है। इस रिसर्च में यह भी बताया गया है की पीरियड्स जल्दी आने से उन्हें हृदय रोग, मोटापा, गर्भपात (मिसकैरिज) और जल्दी मृत्यु का जोखिम हो रहे है। रिसर्च की माने तो इसका सबसे बड़ा रीज़न तनाव है। इसके अलावा पर्यावरण में बुरी तरह फैले केमिकल्स और ब्यूटी प्रोडक्ट भी पीरियड्स के जल्दी आने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।
माता-पिता क्या करे
रिसर्चर के मुताबिक माता-पिता को इस बात का ध्यान रखे कि उनका बच्चा एक पौष्टिक आहार ले जो फल और सब्जियों से भरपूर हो। कंप्लीट डाइट लेना समय से पहले प्यूबर्टी और पीरियड्स के आने के जोखिम को कम करने में मदद करता है। इसके साथ ही अच्छी नींद लेना भी बहुत जरूरी होता है। माता पिता को ध्यान रखना चाहिए की उनके बचे एक्सरसाइज करे। इससे करने से वो इस खतरे को घटा सकते है। इसके साथ ही उन्हें खुद को और अपने बच्चों को इस तरह की स्थिति के लिए हमेशा तैयार रखना चाहिए ताकि वह इस परिस्थिति में घबराये नहीं और उससे संभाल सके।
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