Hardik-Natasa Divorce: लंबे समय से क्रिकेटर हार्दिक पांड्या और नताशा स्टेनकोविक के तलाक की खबरें सामने आ रही थी जिनपर 18 जुलाई को दोनों ने मुहर लगा दी है।
नताशा और हार्दिक शादी के 4 साल बाद डाइवोर्स लेने जा रहे हैं। दोनों ने ये फैसला म्यूच्युअल अंडरस्टैंडिंग के साथ लिया है। हार्दिक और नतासा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट करके इस बात की जानकारी दी। अब दोनों के बीच सिर्फ एक कड़ी है जो उन्हें आगे कभी साथ ला पायेगी तो वो है उनका बेटा अगस्त्य। दोनों ने उनके बेटे अगस्त्य की को-पेरेंटिंग करने का फैसला लिया है।
क्यों बढ़ रहे है तलाक के मामले
भारत वो देश है जहां कभी शादियां नहीं टूटती। लेकिन अब भारत वो रहा ही नहीं है, आजकल कपल के लिए डाइवोर्स लेना बहुत आम बात हो गयी है। नताशा और हार्दिक के डाइवोर्स ने सबको हिलाकर रख दिया है। यहां तक ही नहीं खबरें तो ये भी हैं की अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय भी जल्द ही तलाक लेने वाले हैं। हाल ही में अम्बानी के छोटे बेटे अनंत और उनकी बहु राधिका के शादी के फक्शंस में दोनों अलग-अलग पहुंचे थे। लेकिन क्या आपने कभी ये सोचने की कोशिश की है की आखिर भारत में डाइवोर्स का चलन इतना क्यों बढ़ता जा रहा है। क्या वजह या क्या वो कारण है जिनकी वजह से कपल एक दूसरे के साथ नहीं रह पाते। चलिए आज हम वो वजह जानने की कोशिश करते हैं जिनकी वजह से ये तलाक के मामले बढ़ रहे हैं।
बातचीत की कमी
एक कपल होने से पहले दोस्त होना बेहद आवश्यक है। एक-दूसरे को समय देना और हर तरह की बात करना एक हेल्दी रिलेशनशिप के लिए बेहद जरुरी है। भारत में लगभग 65 प्रतिशत तलाक बातचीत की कमी के कारण होते हैं जब कपल के दूसरे को समझने में नाकाम हो जाते हैं।
एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर
तलाक का सबसे बड़ा कारण है एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर। आजकल ये बहुत आम सा हो गया है। कहते हैं कि एक रिश्ते को कायम रखने की सबसे बड़ी नींव है भरोसा और जब वो टूट जाए तो रिश्ते में रहने का कोई मतलब नहीं होता। भारत मर्यादा पुरषोतम-राम जैसे पति और देवी सावित्री जैसी पत्नियों का देश है। इन्होनें हमें एक रिश्ते के सही मायने समझाए हैं।
भारत में लगभग 40 प्रतिशत तलाक एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर्स के कारण होते हैं। एक्स्ट्रा माररिटल अफेयर्स का सबसे बड़ा कारण एक-दूसरे के साथ इमोशनल अटैचमेंट की कमी भी बताया जाता है।
फाइनेंशियल अनस्टेब्लिटी
अगर किसी कपल के बीच पैसों को लेकर दिक्कतें होती हैं तो ये आपके रिश्ते पर बहुत गहरा प्रभाव ड़ाल सकती हैं। भारत में 40 प्रतिशत तलाक फाइनेंशियल अनस्टेब्लिटी के कारण होते हैं। कभी कपल्स के बीच में ये समझ नहीं होती की पैसे खर्च कैसे किया जाए तो कभी अगर पत्नी, पति से ज्यादा कमाए तो उसका अहंकार बीच में आ जाता है। और इन्हीं सब दिक्कतों के चलते तलाक तक की नौबत आ जाती है।
लगातार लड़ाई झगड़े होना
हर व्यक्ति अलग है। सबके सोचने का तरीका अलग है बस यही बात समझने की कपल को जरुरत है। क्योंकि जब वो ये समझ पाएंगे तभी एक-दूसरे के विचारों का सम्मान कर पाएंगे। कई बार कपल के बीच किसी मुद्दे पर कोई बात चल रही है वो कब बहस में बदल जाती है वही बहस कब लड़ाई का कारण बन जाती है पता ही नहीं चलता। इसलिए दोनों में इतनी अंडरस्टैंडिंग होनी चाहिए कि उन्हें पता हो कब कहां बोलना है और कहां चुप रहना है। भारत में इसी अंडरस्टैंडिंग की कमी के कारण लगभग 57.7% तलाक होते हैं।
अनरियल एक्सपैक्टेशन्स
याद रखें की ये कोई फिल्मी या किताबी दुनिया नहीं है जहां सब कुछ परफेक्ट होता है। यहां आपके लिए कोई भी लड़का चांद नहीं तोड़कर ला सकती वहीं लड़कों को भी समझना चाहिए की दुनिया में शायद ही कोई ऐसी लड़की कोई जिसको कोई शिकायतें न हो। इससे हमारा मतलब ये है कि जब आप शादी करते हैं तो ये स्वाभाविक है कि आपको एक-दूसरे से अपेक्षाएं होंगी लेकिन बस वो अपेक्षाएं अस्वाभाविक ना हो ये याद रखना जरूरी है। कभी-कभी साथी को दूसरे साथी से अवास्तविक अपेक्षाएं होती हैं और इससे दो लोगों के बीच काफी तनाव हो जाता है और नौबत तलाक तक आ जाती हैं।
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