PM MODI 3.0: वाराणसी से पीएम मोदी का खास रिश्ता है, और ये उनका संसदीय क्षेत्र भी है। आज वो अपना पद भार संभालने के बाद पहली बार वाराणसी के दौरे पर जायेंगे। पीएम मोदी यहां किस्सा सम्म्मान सम्मलेन में हिस्सा लेंगे और वहां किसानों को एक बड़ी सौगात भी देंगे
पीएम मोदी ने लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री का कार्यभार संभाल लिया है, जिसके बाद वो आज पहली बार यानि मंगलवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंच रहे है। पीएम मोदी विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे साथ ही वहां 9.60 करोड़ किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि योजना की 17 वीं किस्त भी जारी करेंगे।
PM MODI 3.0: किसानों के लिए 20,000 करोड़ के राशि जारी करेंगे पीएम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी से पीएम-किसान के तहत लगभग 20,000 करोड़ रुपये की 17वीं किस्त जारी करेंगे। ये पैसे किसानों के खाते में डाले जायेंगे।किसानों को पीएम मोदी द्वारा पीएम किसान योजना की 17वीं किस्त जारी करने तथा कृषि सखियों के रूप में 30,000 से अधिक स्वयं सहायता समूहों को प्रमाण पत्र भी देंगे।
यह कार्यक्रम केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा उत्तर प्रदेश सरकार की मदद से आयोजित किया जायेगा। इस कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान,में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, यूपी के राज्यपाल,, और उत्तर प्रदेश सरकार के कई मंत्री भी उपस्थित रहेगें।
जानें वाराणसी में पीएम मोदी का पूरा कार्यक्रम
ये चुनाव जीतने के बाद पीएम मोदी का वाराणसी का पहला दौरा है।
शाम 4:15 – किसान सम्मान सम्मलेन का हिस्सा बनेंगे
शाम 6:15 – काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन और पूजा अर्चना करेंगे
शाम 7 बजे – दशाक्ष्मेघ घाट पर गंगा आरती का हिस्सा बनेंगे ( पांचवी बार दशाक्ष्मेघ घाट पर गंगा आरती का बनेंगे हिस्सा)
पीएम मोदी यहां 1 घंटा रुकेंगे जिसमें 15 मिनट तक गंगा पूजन कर और मोदी मणि पर विराजेंगे। वहीं, 40 मिनट तक आरती का आनंद लेंगे।
प्रख्यात ज्योतिषाचार्य पं. चंद्रमौलि उपाध्याय और नौ अर्चक पूजा भी करवाएंगे। इसी के साथ उनका ये वाराणसी का दौरा समाप्त हो जायेगा।
19 जून को बिहार के दौरे पर जायेंगे पीएम मोदी
कल यानी 19 जून को पीएम मोदी बिहार के दौरे पर पहुंचेंगे। वो 9:45 के आसपास बिहार पहुंच जायेंगे, जहां वे नालंदा का दौरा करेंगे। सुबह 10:30 बजे राजगीर में नालंदा विश्वविद्यालय के परिसर का उद्घाटन करेंगे। बता दें कि इस विश्वविद्यालय की परिकल्पना भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन (ईएएस) देशों के बीच संयुक्त सहयोग के रूप में की गई है। इस समारोह में 17 देशों के मिशन प्रमुखों सहित कई प्रतिष्ठित लोग हिस्सा लेंगे। नालंदा के नए परिसर में 40 कक्षाओं वाले दो शैक्षणिक ब्लॉक हैं। इनमें 1,900 लोग बैठ सकते हैं।
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