आज सुबह 11 बजे NDA अलायन्स मीटिंग हुई। लोकसभा चुनावों में NDA को बहुमत मिला है जिसके कारण मोदी को के बार फिर संसदीय दल का नेता चुना गया। आज हुई एनडीए की बैठक में सभी नेताओं की सहमति से मोदी को पीएम पद के लिए अपना नेता चुना गया। संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद मोदी ने सैंट्रल हॉल में अपना भाषण दिया जिसमें उन्होनें NDA के सभी नेताओं की सराहना भी की।
लोकसभा चुनाव में बहुमत ना मिलने के बाद भी मोदी का सरकार बनाने का रास्ता साफ हो गया है हालांकि गठबंधन में सरकार बनाने में कई चुनौतियां सामने आती हैं , सभी दलों का तालमेल बिठा पाना और उनकी हर डिमांड पूरी करना ये काम केंद्रीय सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकता है।एनडीए की बैठक में मोदी ने भाषण भी दिया जिसमें उन्होनें कई खास बातें कही।
मोदी किसको चुनेंगे, दिया जवाब
वैसे तो मोदी का पूरा भाषण ही खास होता है लेकिन इस भाषण में जो एक एहम बात जिस पर सबका ध्यान गया वो थी, की अगर एक तरफ NDA और दूसरी तरफ भारत के लोगों के सपने और संकल्पों को रखा जाए तो वो NDA को चुनेंगे। इसे सुनते ही दिमाग में ये ख्याल आता है कि अभी इतना बड़ा झटका बीजेपी को लगा है फिर भी वो ऐसी बात कैसे कह सकते हैं लेकिन इस वाक्य से उनका मतलब कुछ और ही था। दरअसल उन्होनें NDA शब्द को एक नयी परिभाषा दी है और वो है :
- N – न्यू इंडिया (New India)
- D – डेवेलोप इंडिया (Develop India)
- A – एस्पिरेशनल इंडिया (Aspirational India)
मोदी ने कहा की अब से इन संकल्पों को पूरा करने ही हम सबका संकल्प भी है, कमिटमेंट भी। इसको इम्प्लीमेंट करने के लिए हमारे पास एक पूरा रोडमैप भी तैयार है।
India को मोदी और NDA पर भरोसा
पीएम मोदी ने अपने भाषण में ये बात भी कही कि इस देश की जनता को मोदी और NDA पर पूर्ण विश्वास है और जब विश्वास इतना गहरा है तो स्वाभाविक है कि देश की अपेक्षाएं भी बढ़ेंगी और मैं इसे अच्छा मानता हूं।
आपको मोदी के भाषण की वो बात तो याद हो होगी जान उन्होनें कहा था कि ये तो बस ट्रेलर है असली पिक्चर तो अभी आना बाकी है। उन्होनें इस बात को एक बार फिर दोहराया और कहा कि ये उनका कमिटमेंट है। वो इस विश्वास पर खरे उतरेंगे और देश की आकांक्षाओं को पूरा करने में रत्तीभर भी विलंब नहीं करेंगे।
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