America: 24 साल की भारतीय युवती सिमरन, जो अमेरिका में कथित तौर पर अरेंज मैरिज के सिलसिले में गई थी, 20 जून से लापता है।
आखिरी बार उसे न्यू जर्सी के लिंडनवॉल्ड में देखा गया था, जहां वह बार-बार फोन देख रही थी और ऐसा लग रहा था जैसे किसी का इंतजार कर रही हो।
सिमरन की गुमशुदगी की रिपोर्ट 25 जून को दर्ज की गई।
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शादी या घूमने का मकसद? पुलिस के सामने कई सवाल
America: पुलिस के अनुसार, सिमरन के अमेरिका आने का उद्देश्य साफ नहीं है। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि वह अरेंज मैरिज के लिए आई थी, लेकिन पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या वह केवल अमेरिका घूमने के इरादे से आई थी।
NY Post के मुताबिक, यह भी स्पष्ट नहीं है कि वह किससे मिलने वाली थी या किससे संपर्क में थी।
न अंग्रेजी जानती, न अमेरिका में कोई रिश्तेदार
America: सिमरन के पास कोई स्थानीय रिश्तेदार नहीं है और उसे अंग्रेजी भी नहीं आती। उसके पास केवल एक इंटरनेशनल फोन था, जो केवल Wi-Fi से काम करता था।
इस कारण उसकी लोकेशन ट्रेस करना मुश्किल हो रहा है। स्थानीय पुलिस ने बताया कि भारत में उसके परिवार से कोई सीधे संपर्क में नहीं आ पाया है।
पहचान के लिए क्या हैं सुराग?
America: सिमरन को आखिरी बार ग्रे स्वेटपैंट, सफेद टी-शर्ट, काले फ्लिप-फ्लॉप और छोटे हीरे जड़े झुमके पहने हुए देखा गया था।
उसके माथे के बाईं ओर एक छोटा सा निशान भी है, जो उसकी पहचान में मदद कर सकता है।
पिछले मामलों की याद दिलाती है घटना
America: यह पहली बार नहीं है जब कोई भारतीय नागरिक विदेश में लापता हुआ हो।
मार्च 2025 में पिट्सबर्ग यूनिवर्सिटी की सुदीक्षा कोनांकी डोमिनिकन रिपब्लिक में स्प्रिंग ब्रेक के दौरान लापता हो गई थीं।
वह अपने दोस्त के साथ छुट्टियां मना रही थीं और आखिरी बार सुबह 4:15 बजे देखी गई थीं।
स्थानीय समुदाय और प्रशासन की अपील
America: लिंडनवॉल्ड पुलिस अब आम नागरिकों से भी मदद मांग रही है।
उन्होंने जनता से अपील की है कि अगर किसी ने सिमरन को देखा है या उसके बारे में कुछ जानकारी है, तो तुरंत पुलिस से संपर्क करें।
सवालों के घेरे में अरेंज मैरिज और सुरक्षा
सिमरन की गुमशुदगी सिर्फ एक व्यक्तिगत हादसा नहीं, बल्कि विदेश यात्रा, अरेंज मैरिज और महिला सुरक्षा से जुड़े कई सवाल खड़े करती है।
ऐसे मामलों में पारिवारिक संवाद, सुरक्षा प्रबंधन और स्थानीय भाषा की जानकारी बेहद जरूरी है।
अब सबकी निगाहें पुलिस की जांच और भारत सरकार के संभावित हस्तक्षेप पर टिकी हैं।