Iran-Israel War 2025: इजरायल और ईरान के बीच जारी सैन्य संघर्ष अब वैश्विक संकट का रूप लेता जा रहा है।
हालिया घटनाक्रम में ईरान ने अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस जैसे पश्चिमी देशों को चेतावनी दी है कि अगर उन्होंने इजरायल की सैन्य कार्रवाई का समर्थन किया, तो उन्हें गंभीर नतीजे भुगतने होंगे।
ईरान ने यह स्पष्ट किया कि उसके मिसाइलों और ड्रोन हमलों का अगला निशाना इन देशों के सैन्य ठिकाने और नौसैनिक जहाज हो सकते हैं।
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78 मौतों के बाद जवाबी कार्रवाई में उतरा ईरान
Iran-Israel War 2025: इजरायल द्वारा ईरान पर की गई जानलेवा एयरस्ट्राइक में 78 लोगों की जान चली गई और सैकड़ों घायल हो गए।
इसके बाद ईरान ने “ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 3” के तहत जवाबी हमला करते हुए इजरायल के सैन्य ठिकानों और नागरिक इलाकों को निशाना बनाया।
दोनों देशों के बीच लगातार हो रहे हमलों ने मध्य-पूर्व में युद्ध जैसे हालात पैदा कर दिए हैं।
नेतन्याहू की अपील, “तानाशाही को उखाड़ फेंको”
Iran-Israel War 2025: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस स्थिति के बीच ईरान की जनता से सीधी अपील की है।
उन्होंने ईरानियों से अपनी सरकार के खिलाफ बगावत करने और “तानाशाही शासन” को जड़ से खत्म करने की बात कही।
नेतन्याहू ने दावा किया कि इजरायल की जंग ईरानी जनता के खिलाफ नहीं, बल्कि उनकी दमनकारी सत्ता के खिलाफ है।
खामेनेई का पलटवार: “इजरायल के लिए अब कोई रास्ता नहीं बचा”
Iran-Israel War 2025: ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने इजरायल की कार्रवाई पर तीखी प्रतिक्रिया दी।
उन्होंने कहा कि इजरायल ने जंग शुरू की है, लेकिन अब वह इससे बाहर नहीं निकल पाएगा।
खामेनेई ने चेतावनी दी कि इजरायल ने अपने लिए “नर्क के दरवाजे” खोल दिए हैं और ईरान उसे पूरी तरह बर्बाद कर देगा।
दुनिया के सामने युद्ध का खतरा
ईरान और इजरायल के बीच बढ़ती लड़ाई में अगर पश्चिमी देश प्रत्यक्ष रूप से शामिल होते हैं, तो यह युद्ध क्षेत्रीय नहीं बल्कि वैश्विक बन सकता है।
ईरान की चेतावनी और इजरायल के कड़े तेवरों से साफ है कि आने वाले दिन अंतरराष्ट्रीय राजनीति और सुरक्षा के लिए बेहद संवेदनशील हो सकते हैं।