जहां अयोध्या में राम मंदिर बनने के बाद से भक्तों का तांता लगा रहता था वहां आज संख्या धीरे – धीरे कम हो गयी है जिसका कारण भीषण गर्मी माना जा रहा है।
नौतपा में पड़ रही इस भीषण गर्मी से सभी का जीवन अस्त -व्यस्त हो गया है और इसका असर अब अयोध्या के राम मंदिर परिसर में भी दिखाई दे रहा है। रामलला के दर्शनार्थियों के आंकड़े इसकी चीख – चीख कर इस बात की गवाही दे रहे है। बुधवार को अयोध्या नगरी में तापमान 43 डिग्री रहा, जबकि गुरुवार को तापमान 42 डिग्री रहा। जिसके चलते राम मंदिर में आ रहे श्रद्धालुओं की संख्या भी कम हो गयी है। जहां 1.50 लाख श्रद्धालु रोजाना दर्शन क रहे थे वहीं बीते दो दिनों में महज 1.15 लाख श्रद्धालुओं ने ही हाजिरी लगाई है।
आंकड़े कम होने कारण तपता सूरज
आंकड़े कम होने का कारण भीषण गर्मी बताया जा रहा है। गुरुवार यानि 30 मई को रामजन्मभूमि के पथ के सामने से गुजरने वाले रामपथ पर चहल-पहल पहले की तुलना में कम दिखी। कुछ समय पहले तक जिस बिड़ला धर्मशाला के पास तिल रखने तक की जगह नहीं होती थी, वहां सुबह 11:30 बजे सन्नाटा पसरा रहा। बताया जा रहा है कि भीषण गर्मी के चलते रोजाना दर्जनों श्रद्धालु रामजन्मभूमि पथ व हनुमानगढ़ी जाने वाले भक्तिपथ पर चक्कर खाकर बेहोश हो रहे हैं।
महिला श्रद्धालु राम मंदिर पथ परिसर में हुई चक्कर खाकर बेहोश
गुरुवार को ताप्ती दोपहरी में करीबन 2:15 के आसपास एक महिला भक्त रामजन्मभूमि पथ पर चक्कर खाकर बेहोश हो गयी। उन्हें इलाज के लिए तुरंत श्रीराम अस्पताल पहुंचाया गया। बुधवार को रामलला के दरबार में केवल 65,282 श्रद्धालुओं ने हाजिरी लगाई तो वहीं गुरुवार को यह संख्या घटकर 50,115 ही रह गयी। हालांकि ट्रस्ट की ओर से श्रद्धालुओं के लिए पेयजल व छाया के बढ़िया इंतजाम किए गए हैं। दर्शन मार्ग पर कूलर व पंखे भी लगवाए गए हैं। वहां पहुँच रहे सभी श्रद्धालुओं को ओआरएस का पैकेट भी बांटा जा रहा है ।