Pushups to walking: टाइप-2 डायबिटीज आज के समय में एक गंभीर लेकिन आम बीमारी बन चुकी है, जो दुनियाभर में करोड़ों लोगों को प्रभावित कर रही है। यह बीमारी शरीर में इंसुलिन के सही उपयोग में रुकावट डालती है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर असामान्य हो जाता है।
अगर समय रहते सावधानी न बरती जाए, तो यह हार्ट अटैक, स्ट्रोक और किडनी फेल्योर जैसी गंभीर समस्याओं को जन्म दे सकती है। हाल ही में बीएमसी मेडिसिन जर्नल में प्रकाशित एक रिसर्च के अनुसार, नियमित व्यायाम करने से टाइप-2 डायबिटीज का खतरा 44 से 50 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। खास बात यह है कि ये एक्सरसाइज आप घर पर भी कर सकते हैं।
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पुशअप्स: ताकत के साथ ब्लड शुगर कंट्रोल
Pushups to walking: पुशअप्स को केवल बॉडी बिल्डिंग की एक्सरसाइज मानना गलत है। यह एक ऐसी कम्पाउंड एक्सरसाइज है जो चेस्ट, शोल्डर और आर्म्स को मजबूत बनाने के साथ-साथ मेटाबॉलिज्म को भी तेज करती है।

जब मांसपेशियों की एक्टिविटी बढ़ती है, तो इंसुलिन का रिस्पॉन्स बेहतर होता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल नियंत्रण में रहता है। दिन में 2-3 सेट पुशअप्स करने से डायबिटीज के खतरे को काफी हद तक रोका जा सकता है।
प्लैंक: मसल्स टोनिंग के साथ स्ट्रेस रिली
Pushups to walking: प्लैंक एक आसान लेकिन बेहद प्रभावी एक्सरसाइज है, जो पूरे शरीर को एक्टिव करती है। इससे मुख्य रूप से कोर मसल्स, पीठ और टांगों को मजबूती मिलती है।

यह न सिर्फ स्ट्रेस को कम करती है, बल्कि मेटाबॉलिज्म को भी बढ़ावा देती है। स्ट्रेस और मोटापा टाइप-2 डायबिटीज के प्रमुख कारण हैं, जिन्हें प्लैंक से रोका जा सकता है।
स्क्वाट्स: लोअर बॉडी के लिए वरदान
Pushups to walking: स्क्वाट्स करने से जांघ, हिप्स और पेट की चर्बी कम होती है। यदि हल्के वेट के साथ स्क्वाट किया जाए, तो इससे कैलोरी बर्न होती है और शुगर का स्तर नियंत्रण में रहता है।

इसके अलावा स्क्वाट्स से मांसपेशियां सक्रिय होती हैं, जो इंसुलिन की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाती हैं।
सीढ़ियां चढ़ना-उतरना: घर पर ही करें हार्ट हेल्थ बेहत
Pushups to walking: अगर आप जिम नहीं जा सकते तो चिंता की बात नहीं। घर की सीढ़ियां ही आपकी एक्सरसाइज का जरिया बन सकती हैं।
रोजाना 10-15 मिनट तक सीढ़ियां चढ़ने-उतरने से शरीर की कैलोरी तेजी से बर्न होती है और ब्लड शुगर में सुधार देखा जा सकता है।
यह दिल और फेफड़ों की कार्यक्षमता को भी बेहतर बनाता है।
ब्रिस्क वॉकिंग: सबसे सरल और असरदार उपा
Pushups to walking: 30 से 45 मिनट की तेज चाल में चलना यानी ब्रिस्क वॉकिंग, डायबिटीज को रोकने का सबसे आसान और कारगर तरीका है। यह शरीर में शुगर के उपयोग को बढ़ाता है और वजन को नियंत्रित रखता है।

इसके अलावा यह दिल को स्वस्थ रखता है और मानसिक तनाव को भी कम करता है।
लंजेस: मांसपेशियों को करें टोन, डायबिटीज को कहें अलविद
Pushups to walking: लंजेस एक ऐसी एक्सरसाइज है जो पैरों की मांसपेशियों को मजबूती देती है और शरीर का पोस्चर सुधारती है।

यह वर्कआउट ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है, जिससे ग्लूकोज का शरीर में सही ढंग से उपयोग हो पाता है। रेगुलर लंजेस करने से डायबिटीज का रिस्क काफी कम हो सकता है।