America-China Tariff War: अमेरिका और चीन के बीच खटास बढ़ती जा रही है। दोनों देशों में टैरिफ को लेकर लगातार खींचतान जारी है।
America-China Tariff War: अमेरिका इस समय सभी देशों पर टैरिफ बढ़ाने में लगा हुआ है। इसके चलते चीन और अमेरिका अब एक-दूसरे के सामने खड़े हो गए हैं। चीन ने अमेरिका को निशाना बनाते हुए कहा है कि अगर अमेरिका युद्ध चाहता है तो फिर चाहे वो टैरिफ युद्ध हो, व्यापार युद्ध हो या किसी भी अन्य प्रकार का युद्ध हो हम आखिरी तक लड़ने को तैयार हैं।
लेकिन अमेरिका भी चुप बैठने को तैयार नहीं है। चीन के दिए इस बयान पर अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने प्रतिक्रिया जाहिर की है। उन्होनें कहा कि अमेरिका चीन के साथ टैरिफ की धमकियों से निपटने के लिए और व्यापार युद्ध को लेकर लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है। ऐसे में दोनों देशों में युद्ध होने के आसार बताये जा रहे हैं।
आइये जानते हैं कि अगर दोनों देशों के बीच में युद्ध होता है तो कौनसे देश की सैन्य क्षमता ज्यादा होगी। वैसे तो चीन और अमेरिका दोनों की ही सैन्य क्षमता विश्व की सबसे अच्छी सैन्य क्षमताओं में से एक है। इनकी तुलना करना मुश्किल है। लेकिन कुछ बिंदु है जिनके आंकलन से दोनों की क्षमताओं का अंदाजा लगाया जा सकता है।
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अमेरिका और चीन का डिफेन्स बजट
America-China Tariff War: एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका का डिफेन्स बजट विश्व का सबसे बड़ा डिफेन्स बजट है। 2024 में अमेरिका का रक्षा बजट लगभग $732 बिलियन रहा। वहीं चीन का रक्षा बजट $261 बिलियन था। लेकिन एक मीडिया रिपोर्ट में ये भी बताया गया कि चीन का वास्तविक रक्षा बजट इससे 40% अधिक यानी $330 से $450 बिलियन के आसपास हो सकता है।
परमाणु हथियार किस देश के पास ज्यादा
America-China Tariff War: एक मीडिया रिपोर्ट में खुलासा किया गया कि चीन तेजी से परमाणु हथियारों का विस्तार कर रहा है। साल 2024 तक चीन के पास 500 से अधिक परमाणु वारहेड्स थे जिनकी संख्या 2030 तक 1,000 से ज्यादा पहुंच सकती है। वहीं बात करें अमेरिका की तो अमेरिका के पास वर्तमान में लगभग 3,750 परमाणु वारहेड्स होने का अनुमान है।
दोनों देशों की तुलना इन बिंदुओं से समझें
सैन्य घटक | अमेरिका | चीन |
---|---|---|
रक्षा बजट (2024) | $732 बिलियन | $245.65 बिलियन |
सक्रिय सैनिक | 13 लाख | 20 लाख |
रिज़र्व बल | 8 लाख | 5 लाख |
परमाणु हथियार | 3,750+ | 600+ (2030 तक 1,000 संभावित) |
टैंक | 5,500+ | 4,950+ |
लड़ाकू विमान | 13,000+ | 3,500+ |
विमानवाहक पोत | 11 | 3 (और निर्माणाधीन) |
युद्धपोत और पनडुब्बियाँ | 300+ | 370+ (दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना) |
स्टील्थ फाइटर जेट | F-22, F-35 | J-20 |
हाइपरसोनिक मिसाइलें | विकासाधीन | पहले से तैनात (रूस के बाद हाइपरसोनिक मिसाइलों के मामले में चीन दूसरे नंबर पर है) |
अंतरिक्ष सैन्य शक्ति | अत्यधिक विकसित | तेजी से विकासशील |
ये डाटा एक मीडिया रिपोर्ट पर आधारित है।
नौसेना में चीन आगे, तकनीक और वैश्विक ताकत में अमेरिका आगे
चीन के पास वर्तमान स्थिति दुनिया की सबसे बड़ी नौसेना है, जिसमें 370 से अधिक जहाज और पनडुब्बियां है। चीन लगातार नौसेना में तरक्की कर रहा है। सैनिकों की संख्या, थलसेना, नौसेना, और वित्तीय स्थिति में चीन आगे है। वहीं बात करें अमेरिका की तो उसके पास अभी वर्तमान में 300 युद्धपोत हैं, लेकिन तकनीक और वैश्विक तैनाती क्षमता में अमेरिका चीन से कई ज्यादा आगे हैं। अमेरिका प्राकृतिक संसाधनों, रसद और भूगोल के मामले में भी चीन से काफी आगे है। अमेरिका का सभी ओर से समुद्र से घिरा होना उसके लिए एक प्राकृतिक सुरक्षा कवच का काम करता है।