Waqf Board: खबरें थी कि संसद बजट सत्र 2025 में ही वक्फ संशोधन बिल पारित किया जायेगा लेकिन इस दौरान JPC की बैठक में एक बार फिर विवाद हो गया जिसके चलते 10 विपक्षी सांसदों को नीलमबीत कर दिया गया है। साथ ही JPC की बैठक को 27 जनवरी तक स्थगित कर दिया गया है। TMC संसद कल्याण बनर्जी और भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बीच तीखी बहस हो गयी। स्थिति इतनी ज्यादा बिगड़ गयी थी कि नियंत्रित करने के लिए मार्शल्स को बुलाना पड़ गया।
वक्फ बिल को लेकर बनाई गई संसद की संयुक्त समिति की आज यानी शुक्रवार को बैठक हुई। इसमें टीएमसी संसद कल्याण बनर्जी और बीजेपी संसद निशिकांत दुबे में आपस में खूब बहस हुई। खबरें है कि कल्याण बनर्जी ने पूछा कि बैठक को इतनी जल्दबाजी में क्यों किया जा रहा है। जिस पर निशिकांत दुबे भड़क गए। बाद में दोनों नेताओं में विवाद हुआ, और इसके 10 विपक्षी सांसदों को बैठक से निलंबित कर दिया गया।
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कश्मीर के उमर फारूक भी जताएंगे आपत्ति
Waqf Board: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कश्मीर के धार्मिक प्रमुख मीरवाइज उमर फारूक शुक्रवार को वक्फ संशोधन विधेयक पर संसदीय समिति के में पेश होकर इस बिल को लेकर अपनी आपत्तियां बताएंगे।
चेयरपर्सन जगदम्बिका पाल के नेतृत्व में वक्फ संशोधन विधेयक पर गठित संयुक्त समिति ने विपक्षी नेताओं द्वारा व्यक्त की गई आपत्तियों के बाद मसौदा कानून पर बैठकों को 27 जनवरी तक स्थगित कर दिया गया है। अब कमेटी सोमवार को विधेयक पर विस्तार से चर्चा करेगी। उनके अलावा लॉयर्स ऑफ़ जस्टिस के विचारों को भी सुना जायेगा।
बयान से पलटे यूडीएफ सांसद फ्रांसिस जॉर्ज
Waqf Board: उधर, वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 का समर्थन करने की घोषणा करने वाले यूडीएफ सांसद फ्रांसिस जॉर्ज ने गुरुवार को अपनी बात से पलट गए। उनका कहना था कि उनकी बात का गलत मतलब निकाला गया था। लोकसभा में कोट्टायम से सांसद जॉर्ज ने कहा कि उन्होंने कभी नहीं कहा कि वह वक्फ संशोधन विधेयक का समर्थन देंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका रुख यूडीएफ और कांग्रेस के समान ही है।
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