Kirori Lal Meena: राजस्थान में मालपुरा एसडीएम को थप्पड़ मारने के मामले में घिरे नरेश मीणा की गिरफ्तारी के बाद टोंक जिले के समरावता गांव में हिंसा भड़की। इस दौरान बीजेपी के दिग्गज नेता डॉ. किरोड़ीलाल मीणा ने मोर्चा संभाला। उन्होंने पुलिस की कार्रवाई से आक्रोशित लोगों को समझाने का प्रयास करते हुए ग्रामीणों की मांग पूरी करने की भी गारंटी दी। गांव में धरने पर बैठे लोगों से उन्होंने शांति की अपील की, साथ ही इस पुलिस महानिदेशक और टोंक जिला कलेक्टर से फोन पर वार्ता कर स्थिति का जायजा लिया। किरोड़ी लाल मीणा ने समझाइश करते हुए कहा कि सरकार-सरकार होती है। किसी को गिरफ्तार कर लिया है तो वह अदालत से छूट जाएगा। मैं भी गिरफ्तार हो जाऊंगा तो कोर्ट से ही छूट पाऊंगा।
आपके मुद्दे को लेकर सरकार से बात करेंगे- किरोड़ीलाल
किरोड़ी मीणा ने लोगों से कहा कि आपके मुद्दे को लेकर सरकार से बात करेंगे। बीजेपी नेता ने लोगों से कहा, “आप लोग आंदोलन मत करिए। इस तरह हिंसा मत करिए, सड़क मत जाम करिए। मैं गारंटी ले रहा हूं कि आपके गांव को बिना आंदोलन किए उनियारा मैं लगवा दूंगा। मेरी बात सुनो, अभी आचार संहिता लगी हुई। आप सभी 24-25 को मुझसे मिल लेना, आपकी मांगे पूरी हो जाएग।”
आखिर क्या है ग्रामीणों की मांग
दरअसल, टोंक जिले का गांव समरावता देवली तहसील के अंतर्गत आता है। ग्रामीणों की लंबे समय से मांग है कि इसे देवली से हटाकर नजदीक की उनियारा तहसील में जोड़ा जाए, ताकि लोगों को प्रशासनिक कार्यों के लिए लंबा सफर ना तय करना पड़े। मांग पूरी नहीं होने पर ग्रामीणों ने उपचुनाव का बहिष्कार किया और वोटिंग के दिन धरने पर बैठ गए। धरने पर बैठे ग्रामीणों को समझाने निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा पहुंचे। तभी उनकी SDM से बहस हो गई थी, जिसके बाद नोंकझोंक के चलते धक्का-मुक्की की नौबत आ गई और नरेश मीणा ने 13 नवंबर को SDM के साथ मारपीट कर दी।