कनाडा में कहीं न कहीं अमेरिका में ट्रम्प की वापसी और भारत के सख्त रुख अपनाने के कारण आतंकवादियों पर करवाई करने का दबाव अब दिखने लगा है। ऐसा इसलिए क्यूंकि हाल ही में कनाडा पुलिस ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निजार के करीबी अर्शदीप सिंह उर्फ़ डल्ला और ब्रैम्पटन में हिन्दू मंदिर पर हमले में शामिल आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के करीबी इंदरजीत गोसाल को गिरफ्तार किया है।
डोनाल्ड ट्रम्प और भारत के सख्त रुख ने कनाडा सरकार को करवाई करने पर किया मजबूर
डोनाल्ड ट्रम्प के अमेरिका के राष्ट्रपति बनने और भारत द्वारा कनाडा के प्रति सख्त रुख अपनाने के बाद, अब सरकार पर खालिस्तानी आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई का दबाव दिखाई दे रहा है। हाल ही में खबर आई है कि कनाडा में खालिस्तानी आतंकवादियों के दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया है। कनाडा पुलिस ने मोस्ट वांटेड अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डल्ला को गिरफ्तार कर लिया है, जो खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर का करीबी माना जाता है। डल्ला कनाडा में रहकर पंजाब में टारगेटेड किलिंग जैसे मामलों में शामिल था। निज्जर की मौत के बाद से वो खालिस्तानी टाइगर फोर्स का चीफ बन गया था। इस बीच, पंजाब पुलिस ने भी डल्ला गैंग के दो फरार अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों एक्टिविस्ट गुरप्रीत सिंह की हत्या में शामिल थे।
ब्रैम्पटन में हिन्दू मंदिर पर हमला करना वाला आरोप भी हुआ गिरफ्तार
साथ ही, ब्रैम्पटन में मंदिर हमले के आरोपी इंदरजीत गोसाल को भी गिरफ्तार किया गया है, जो खालिस्तानी आतंकी पन्नू का करीबी बताया जा रहा है। गोसाल पर ब्रैम्पटन के मंदिर में हमले का आरोप है। भारतीय एजेंसियां कनाडा पुलिस से लगातार संपर्क में हैं। ये कार्रवाई खालिस्तानी नेटवर्क के खिलाफ एक बड़ी जीत मानी जा रही है। कनाडा सरकार का नेतृत्व कर रहे जस्टिन ट्रुडो का ये कदम उठाना थोड़ा आश्चर्यजनक है क्यूंकि वो खुद एक बहुत बड़े खालिस्तानी समर्थक हैं। ऐसा उन्होनें शायद इसलिए किया हो क्योंकि अगर वो ऐसा नहीं करेंगे तो भारत और अमेरिका से उन्मि दुश्मनी और गहरी हो जाएगी जिसका उनको भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।