Justin Trudeau: कनाडा में हाल ही में ब्रैम्पटन के हिन्दू सभा मंदिर पर हमला हुआ जिसमें न सिर्फ मंदिर में तोड़-फोड़ की गयी बल्कि हिन्दुओं के साथ खुले आम मारपीट भी की गयी। इस हमले ने एक बात तो साफ़ कर दी कि चाहे खालिस्तानी कुछ भी कर ले ट्रुडो सरकार उनका हर हाल में समर्थन करेगी।
उनके इस खालिस्तानी प्रेम के पीछे की वजह है एनडीपी के नेता जगमीत सिंह का समर्थन। इन्हें के कारण जस्टिन ट्रुडो सत्ता में आये थे और अगर इनका समर्थन ट्रुडो से हैट जायेगा तो वो अल्पमत हो जायेंगे। एनडीपी पूरी तरह से खालिस्तानी पार्टी है जिनकी नीतियां हिन्दू और भारत विरोधी होती हैं।
खालिस्तानियों को शह देती ट्रुडो सरकार
Justin Trudeau: ब्रैम्प्टन के हिंदू सभा मंदिर पर हुए हमले ने एक बार फिर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के खालिस्तानी कट्टरपंथियों के प्रति झुकाव को उजागर कर दिया है। एक रिपोर्ट में हाल ही में खुलासा हुआ कि मंदिर पर हुआ हमला pre-planned था और ट्रुडो सरकार को इसकी जानकारी होने के बाद भी उन्होनें इस पर कोई एक्शन नहीं लिया। हैरानी की बात यह है कि जिन खालिस्तानियों ने हिंदुओं पर हमला किया, उन्हें गिरफ्तार करने के बजाय पुलिस ने हिंदू समुदाय के लोगों को ही हिरासत में लिया। सवाल यह उठता है कि आखिर इन खालिस्तानियों को सहारा कौन दे रहा है? इसका जवाब साफ़ है – खुद ट्रूडो सरकार।
217 खालिस्तानी आतंकियों को दी कनाडा में शरण
दरअसल, ट्रूडो सरकार का खालिस्तानियों के प्रति यह पक्षपात नडीपी नेता जगमीत सिंह के समर्थन के कारण है, इन्हीं की वजह से ट्रूडो सरकार सत्ता में है और अब भी उन्हीं के समर्थन से वो राजनीती में टिकी हुई है। यही कारण है कि अब तक ट्रूडो सरकार ने कनाडा में 217 खालिस्तानी आतंकियों को शरण दे रखी है, जिसे वो अपने वोट बैंक और राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल कर रही है। इसी के चलते आज कनाडा खालिस्तानी कट्टरपंथियों का गढ़ बनता जा रहा है।