Assembly Elections 2024: जम्मू-कश्मीर में उमर अब्दुलाह कि पार्टी नेशनल कांफ्रेंस में कांग्रेस के साथ मिलकर पूर्ण बहुमत हासिल कर ली है। अब जम्मू कश्मीर की राजनीती में बहुत कुछ बदलने वाला है।
जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 हटने के बाद हुए विधानसभा चुनाव में नेशनल कांफ्रेंस ने कॉन्फ्रेंस के साथ पूर्ण बहुमत से जीत हासिल कर ली है। NC को 30 तो वहीं कांग्रेस को 6 सीटें मिली है। वहीं भाजपा को 29 सीटें मिली हैं जो कि पिछले चुनावों से 4 अधिक है। जम्मू, जो हिंदू बहुल इलाका है, उसकी लगभग सभी सीटें बीजेपी के पास गईं। इसमें वैष्णो देवी की सीट भी शामिल है। अयोध्या और बद्रीनाथ हारने के बाद कुछ लोगों का दावा था कि बीजेपी हिन्दू समर्थन खो चुकी ये, बीजेपी का ये सीट जीतना उन लोगों के लिए जवाब है।
कांग्रेस की पिछले चुनावों से छह सीटें कम हुई
वहीं, नेशनल कॉन्फ्रेंस की सत्ता में वापसी हुई है। जबकि कश्मीर की प्रमुख पार्टी पीडीपी जिसने पिछले चुनावों में 28 सीटें हासिल की थी इस चुनावों में उसका पत्ता पूरी तरह साफ़ हो गया है। कांग्रेस ने भी जम्मू ने अपनी धाक जमाने की बहुत कोशिश की लेकिन ऐसा कुछ हुआ नहीं। बल्कि पिछले चुनावों से उनकी 6 सीटें कम हो गयी हैं। अब जम्मू-कश्मीर में वो सिर्फ नेशनल कांफ्रेंस की कटपुतली बनकर रह गयी है। अब जम्मू-कश्मीर की कमान उम्र अब्दुल्लाह के हाथों में है। उन्होनें ने इस चुनाव में आर्टिकल 370 की वापसी का वादा किया था लेकिन ऐसा हुआ तो अब मुमकिन नहीं है। अब ये देखना रोचक होगा कि वो सरकार चलाने के लिए जनता के सामने कौनसा नया एजेंडा लेकर आते हैं।
अब जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा है
Assembly Elections 2024: पहले बात कुछ और थी। लेकिन धारा 370 हटने के बाद अब जम्मू-कश्मीर पूरी तरह से भारत का हिस्सा है। उमर अब्दुलाह को जम्मू-कश्मीर में एक यंग नेता के तौर पर देखा जा रहा है। अब उनके नेतृत्व में जम्मू-कश्मीर किस दिशा में जायेगा ये देखने वाली रोचक बात होगी। अब उन्हें फैसले पूरे देश को मद्देनज़र रखते हुए लेने होंगे। ऐसा इसलिए क्यूंकि अब जम्मू-कश्मीर में जो भी उसका प्रभाव पूरे देश पर पड़ेगा।