Shimla: कांग्रेस सरकार ने हाल ही में नई योजना के तहत हिमाचल में घरों की टॉयलेट सीट्स पर टैक्स देने के आदेश दिए हैं। अब इसको लेकर सोशल मीडिया पर कांग्रेस सरकार की जमकर आलोचना की जा रही है।
दूध, पेट्रोल, पानी, बिजली के दाम बढे तो एक बार समझ आता है लेकिन अब तो कांग्रेस सरकार से हिमाचल के सीएम सुक्खू ने टॉयलेट सीट्स पर भी टैक्स लगा दिया है। अब वहाँ के लोगों को उनके घर में मौजूद टॉयलेट सीट्स के आधार पर टैक्स देना होगा। बता दें कि इस समय हिमाचल सरकार आर्थिक तंगी से जूझ रही है। उनके ऊपर 96000 करोड़ रुपये का कर्ज है।
कितना लगाया टैक्स
हिमाचल सरकार ने सीवरेज और पानी बिल से संबंधित जारी नोटिफिकेशन में कहा गया कि शहरी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों से हर महीने हर महीने 25 रुपये per टॉयलेट सीट चार्ज किया जाएगा। नोटिफिकेशन में कहा गया कि ये शुल्क जल शक्ति विभाग के खाते में ट्रांसफर किये जायेंगे।
हिमाचल सरकार ने खबरों को झूठा बताया
हिमाचल के सीएम सुक्खू ने कहा कि उन्हें इस मामले पर कोई जानकारी नहीं थी। उन्होनें इसको लेकर दिल्ली में अपनी सफाई दी थी। इस मामले को लेकर कांग्रेस की खूब आलोचना हो रही थी जिसके चलते हिमाचल सरकार के अतिरिक्त सचिव ओंकार शर्मा ने भी सफाई दी है। बता दें कि ये नोटिफिकेशन उन्होनें ही जारी की थी।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने दी ये सफाई
ओंकार शर्मा की तरफ से कहा गया कि ये नोटिफिकेशन 21 सितम्बर को जारी की गयी थी, फिर सीवरेज शुल्क को लेकर ये आदेश वापस ले लिया गया। इसके लिए डिप्टी सीएम की ओर से इस पर आपत्ति दर्ज कराई थी। ये काफी पुराणी सोचन थी जिसे बाद में रद्द कर दिया गया था। उन्होनें कहा अब सीवरेज को लेकर जल्द ही नयी नोटिफकेशन जारी की जायेगी।
ये फर्क है पीएम मोदी और राहुल गांधी में
सोचिए, अभी ये टैक्स सिर्फ हिमाचल में लागू हुआ है, अगर पूरे देश में आज कांग्रेस की सरकार होती तो क्या हाल होता? एक तरफ पीएम मोदी हैं जो हर घर में शौचालय बनाने पर जोर दे रहे हैं, और दूसरी तरफ राहुल गांधी, जो देशवासियों को फिर से हाथ में लोटा लेकर शौचालय ढूंढने पर मजबूर कर रहे हैं।