URI Attack: 18 सितंबर 2016 का दिन भारतीय सेना के लिए काले दिन के रुप में दर्ज है। आज ही के दिन पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के चार आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के उरी में स्थित सेना के मुख्यालय पर आतंकी हमला कर दिया था। इस आतंकी हमले में 19 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले के बाद से हर भारतीयों के सीने में आग धधक रही थी। इसको लेकर सेना ने 10 दिनों के बाद आतंकियों पर सर्जिकल स्ट्राइक करके जवानों के बलिदान का बदला ले लिया था।
URI Attack: भारत ने की सर्जिकल स्ट्राइक
भारतीय सेना 28 से 29 सितंबर की आधी रात को पीओके में करीब चार किलोमीटर अंदर घुसकर 40 से अधिक आतंकियों और उनके नापाक ठिकानों को ध्वस्त कर सकुशल लौट आई। हालांकि इस दौरान सर्जिकल स्ट्राइक टीम में शामिल दो कमांडोज को मामूली चोटें भी आई थी। भारत की इस सर्जिकल स्ट्राइक से पाकिस्तान भी हक्का बक्का रह गया था। इस घटना को लेकर पहले पाक ने कोई पुष्टि नहीं की थी, लेकिन बाद में पाक ने सर्जिकल स्ट्राइक की बात को कबूला था।
URI Attack: 19 जवान हुए शहीद
बता दें कि 18 सितंबर को सुबह करीब 5.32 बजे अचानक पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के चार आतंकियों ने उड़ी में सेना के मुख्यालय पर हमला कर दिया। चारों आतंकी पाकिस्तान की सेना के मदद से भारत की सीमा में घुसे थे। ये आतंकी सेना के मुख्यालय के पास पहुंचने के साथ ही ग्रेनेडों की बौछार शुरू कर दी और देखते ही देखते पूरे कैंप में आग लग गई। भारतीय सेना के जवानों के साथ आतंकियों की मुठभेड़ छह घंटों से भी अधिक समय तक चली। इस में भारतीय सेना के 19 जवान शहीद हो गए, लेकिन उन्होंने चारों आतंकियों को भी मौत के घाट उतार दिया।