Himachal Pradesh के शिमला के संजौली में एक अवैध मस्जिद को लेकर बड़ा बवाल हुआ था। अब इस बवाल के बाद मंडी में भी अवैध मस्जिद निर्माण का मामला सामने आया है।
हिमाचल प्रदेश के शिमला में संजौली मस्जिद विवाद के बाद अब मंडी में भी मस्जिद के अवैध निर्माण को लेकर विवाद हो गया है। शुक्रवार यानी आज हजारों के तादात में हिंदी संगठन एक बार फिर प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतर आये हैं। भीड़ को काबू करने के लिए मंडी में भी water canons का इस्तेमाल किया गया। भीड़ को काबू में रखने के लिए प्रशासन ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था बना रखी है।
कितनी पुरानी है मंडी की ये मस्जिद
मंडी के जेल रोड पर स्थित यह मस्जिद लगभग तीन दशक पुरानी है। कथित तौर पर लोक निर्माण विभाग की जमीन पर अवैध रूप से इस मस्जिद की सुरक्षा दीवार बनाई गई थी, जिससे स्थानीय लोगों में आक्रोश फ़ैल गया और वो इसका विरोध करने के लिए सड़कों पर आ गए। यह मामला भी कई समय से नगर निगम मंडी की कोर्ट में लंबित है।
मुस्लिम समुदाय ने खुद मस्जिद की अवैध दीवार तोडना शुरू कर दिया
शिमला के संजौली प्रदर्शन में जो बवाल हुआ है उसे ध्यान में रखते हुए मुस्लिम समुदाय खुद मस्जिद की अवैध सुरक्षा दीवार को तोड़ रहा है। हिमाचल में 97% आबादी हिन्दुओं की है। वो एक हिन्दू बाहुल्य प्रदेश है वहां मुस्लिम समुदाय लम्बे समय तक अपनी मनमानी नहीं कर सकते हैं।
मंडी में मस्जिद को सील करने का आदेश
मंडी में बढ़ते तनाव को ध्यान में रखते हुए इलाके के दीप्ती कमिश्नर ने इस मस्जिद को सील करने के आदेश दे दिए है साथ ही मुस्लिम पक्ष को एक महीने के भीतर अपना पक्ष रखने का समय भी दिया गया है। बता दें कि मंडी से सांसद कंगना राणावत का अभी तक इस मुद्दे पर कोई बयान सामने नहीं आया है। इन मस्जिदों के बढ़ते विवाद के चलते कांग्रेस सीएम सुक्खू ने सभी पार्टियों के अर्जेन्ट मीटिंग बुलाई है और कहा है की हिमाचल शांतप्रिय प्रदेश है, यहां ये सब ज्यादा नहीं चलेगा। हम जल्द संजौली मस्जिद पर भी एक्शन लेंगे।