World Sickle Cell Day 2024: विश्व सिकलसेल दिवस-2024 दुनिया भर के देशों में मनाया जा रहा है। सिकलेस एनीमिया की एक गंभीर बीमारी है। आने वाली पीढ़ियों में इस बीमारी को जाने से रोकने के लिए गर्भवती महिलाओं की प्रीनेटल डायग्नोसिस ‘संकल्प इंडिया’ के तहत अभियान चलाया जा रहा है।
World Sickle Cell Day कब हुई शुरूआत
World Sickle Cell Day की शुरूआत 19 जून को 2008 को हुई थी। इसके शुरू करने की वजह थी लोगों को एनिमिया की बीमारी से बचाने की। संयुक्त राष्ट्र की महासभा में इसे मनाने की मंजूरी मिली। पहली बार सिकल सेल जागरूकता दिवस 19 जून 2009 को आयोजित किया गया था। इसके तहत ग्लोबल अलायंस ऑफ सिकल सेल डिजीज आर्गेनाईजेशन की स्थापना 10 जनवरी, 2020 को एम्स्टर्डम, नीदरलैंड में की गई थी।
On World Sickle Cell Day, we reiterate our commitment to overcome this disease. Last year, we launched the National Sickle Cell Anaemia Elimination Mission and have been working on aspects like creating awareness, universal screening, early detection and proper care. We are also… https://t.co/bzYKbHSv9X
— Narendra Modi (@narendramodi) June 19, 2024
9 लाख लोगों को हुआ चेकअप
सिकलसेल एनीमिया की रोकथाम और उपचार के लिए 15 नवम्बर 2021 जनजातीय गौरव दिवस को राज्य हिमोग्लोबिनोपैथी मिशन का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। मिशन में अलीराजपुर और झाबुआ जिले में पायलट प्रोजेक्ट के तहत कुल 9 लाख 17 हजार लोगों का चेकअप किया गया था। इसके बाद पीएम ने 1 जुलाई 2023 को राष्ट्रीय स्तर पर ‘सिकल सैल उन्मूलन मिशन’ 2047 का शुभारंभ शहडोल जिले से किया था। इस बार फिर मोदी ने इसको लेकर ट्वीट किया है। इस बार Hope Through Progress: Advancing Sickle Cell Care Globally’ की थीम पर मनाया जा रहा है।