Facilities will be available in Rajasthan Roadways buses: राजस्थान रोडवेज की बसें अब अधिक सुरक्षित होंगी। चलती बस में महिलाओं को अब डरने की जरूरत नहीं है। भजन लाल सरकार की एक साल की वर्षगांठ के मौके पर रोडवेज बसों में पैनिक बटन और व्हीकल ट्रैकिंग योजना की शुरुआत होने जा रही है। बसों में ड्राइवर सीट के पीछे रेड बटन दिया गया है। खतरा महसूस होने पर महिला इसे दबा सकेगी। इसे दबाते ही मैसेज सीधे रोडवेज कंट्रोल रूम पहुंचेगा। इसके बाद फ्लाइंग स्कवॉड तुरंत महिला की मदद को रवाना हो जाएगी।
इस बस का नाम ‘महिला गौरव एक्सप्रेस’ रखा गया है। रोडवेज की सभी नई बसों में पैनिक बटन लगाए जा रहे हैं। इस माह 31 दिसंबर तक रोडवेज की 2500 बसें पैनिक बटन सुविधा से युक्त हो जाएंगी। रोडवेज की करीब आधी बसों में अब पैनिक बटन लगाए जा चुके हैं। 31 दिसंबर तक रोडवेज की ढाई हजार बसों में पैनिक बटन लगाने का लक्ष्य तय किया गया है। केंद्र की 50% वित्तीय मदद से पहले चरण में राजस्थान रोडवेज की करीब 2500 बसें इस तकनीक से लैस होगी। इसके बाद सभी 4500 बसों में इसे लागू किया जाएगा।
बसों में सीसीटीवी कैमरे, जीपीएस भी
सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में नई दिल्ली में बीकानेर हाउस से पहली बस को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया था। शुरूआती तौर पर दिल्ली से जयपुर के बीच राजस्थान रोडवेज की 20 बसों में यह व्यवस्था शुरू की गई थी। इन बसों में पैनिक बटन के अलावा सीसीटीवी कैमरे, जीपीएस, व्हीक्ल ट्रैकिंग सिस्टम और पैंसेजर इन्फार्मेशन सिस्टम की सुविधा है। रिकॉर्ड होने वाला डाटा 30 दिन तक सुरक्षित रखा जा सकेगा। बस में लगे कैमरे हाई रिज्यॉल्युशन और नाइट विजन युक्त हैं।
सीएम के हाथों होगी योजना की शुरुआत
राज्य सरकार का एक साल का कार्यकाल पूरा होने की उपलब्धियों में इसे शुमार करते हुए इसकी लॉन्चिंग की जा सकती है। जयपुर में होने वाले कार्यक्रम में सीएम भजन लाल शर्मा के हाथों से योजना की शुरुआत कराए जाने की संभावना है। रोडवेज प्रशासन ने अपने स्तर से तैयारियां पूरी कर ली हैं और राज्य सरकार के पास इसकी लॉन्चिंग का प्रस्ताव भी भिजवा दिया है। महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस तरह की व्यवस्था करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य होगा।
ऐसे मिलेगी चलती बस में महिलाओं को सुरक्षा
लाल रंग का यह पैनिक बटन ड्राइवर की सीट के ठीक पीछे दिया गया है। खतरा होने पर महिला या कोई अन्य व्यक्ति इस बटन को दबा सकता है। बटन, व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम से जुड़ा है। इसे दबाते ही ये रोडवेज के डिपो मैनेजर व कंट्रोल रूम को एक मैसेज भेज देगा। मैसेज में गाड़ी नंबर, लोकेशन और पैनिक बटन प्रेस करने का टाइम लिखा होगा। बस में आगे की तरफ दो सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं। ये हर यात्री पर नजर रखेंगे। एक स्टिल कैमरा भी है। ये हर 15 मिनट में कंट्रोल रूम को बस की फोटो भेजता रहेगा। लोकेशन के मुताबिक, जो भी डिपो करीब होगा उसके मैनेजर को बताएगा जाएगा कि किस बस में क्या दिक्कत है। इसी दौरान फ्लाइंग स्कवॉड बस की तरफ रवाना हो जाएगी। कंट्रोल रूम में बस से आनी वाली हर तस्वीर पर नजर रखी जाएगी। अगर आरोपियों को पहली नजर में दोषी पाया गया तो उन्हें करीब के थाने ले जाकर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।