Vistara: भारतीय एयरलाइन विस्तारा आज अपनी आखिरी उड़ान भरने जा रही है। टाटा ग्रुप और सिंगापुर एयरलाइंस ने मिलकर विस्तारा एयरलाइन की शुरूआत 2015 में की थी। यह विमान अपने हाई क्वॉलिटी वाली सर्विसेज के लिए जाना जाता है। विस्तारा एयरलाइंस टाटा ग्रुप में मर्ज हो रही है इसके बाद से यह एयरलाइन अपने अलग-अस्तित्व में नजर नहीं आएगी। विस्तारा की आखिरी उड़ान उसके यात्रियों के लिए इमोशनल और हिस्टोरीकल होगी। इसके साथ ही एयर इंडिया और विस्तारा का कंबाइंड रुप टाटा समूह की एयर सर्विसेज में एक नई शुरुआत का संकेत भी देगा।
Vistara: 2013 में शुरू की विस्तारा एयरलाइन
बता दें कि एयर इंडिया ने 1932 में पहली एयरलाइंस की शुरूआत की थी। तब इसका नाम टाटा एयरलाइंस था. देश आजाद होने के बाद टाटा एयरलाइंस का राष्ट्रीयकरण हो गया और इसे एयर इंडिया नाम मिला। टाटा ग्रुप को हमेशा अपनी एयरलाइन न होने की कमी खलती थी और फिर TATA ने 2013 में विस्तारा एयरलाइंस शुरू की। सरकार ने जब एयर इंडिया का निजीकरण करने का फैसला किया, तो टाटा ग्रुप ने विस्तारा को भी खरीद लिया। टाटा ग्रुप ने साल 2022 में विस्तारा को एयर इंडिया में मर्जर करने का फैसला किया।
विस्तारा का एयर इंडिया के साथ विलय
अब विस्तारा का विलय एयर इंडिया के साथ किया जा रहा है, जो पूरी तरह से टाटा समूह के अंतर्गत संचालित होगी। इसके बाद विस्तारा का स्वतंत्र ब्रांड अस्तित्व समाप्त हो जाएगा, और इसके बेहतरीन अनुभव और गुणवत्ता सेवा का सम्मिलन एयर इंडिया की सेवा में किया जाएगा। यह विलय भारतीय एविएशन उद्योग में टाटा समूह के प्रभाव को बढ़ाने के प्रयासों का हिस्सा है। टाटा समूह ने 2022 में एयर इंडिया का अधिग्रहण कर भारतीय हवाई यात्रा को नई दिशा देने का संकल्प लिया था। अब विस्तारा और एयर इंडिया के संयुक्त रूप से परिचालन का उद्देश्य एक नई, प्रीमियम और विश्व स्तरीय भारतीय एयरलाइन का निर्माण करना है।