वैभव सूर्यवंशी: भारतीय क्रिकेट को एक बार फिर ऐसा नाम मिला है, जिसने बेहद कम उम्र में बड़े-बड़े रिकॉर्ड तोड़कर सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है।
महज 14 साल की उम्र में IPL में 34 गेंदों पर शतक जड़कर इतिहास रचने वाले वैभव ने अब अंडर-19 क्रिकेट में भी ऐसा ही धमाका किया है, जिसे लंबे समय तक याद रखा जाएगा।
वैभव ने अपनी विस्फोटक बल्लेबाज़ी से न सिर्फ विरोधी टीम को बैकफुट पर धकेला, बल्कि भारतीय क्रिकेट के भविष्य की एक झलक भी दिखा दी।
वैभव सूर्यवंशी: माइकल हिल का 17 साल पुराना रिकॉर्ड ध्वस्त
अंडर-19 मुकाबले में वैभव ने 95 गेंदों पर 171 रनों की तूफानी पारी खेलते हुए 17 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया।
इस पारी में उन्होंने 14 छक्के और 9 चौके लगाए और 180 की जबरदस्त स्ट्राइक रेट से रन बनाए।
इससे पहले एक ही पारी में 12 छक्कों का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के माइकल हिल के नाम था, जो 17 वर्षों तक कायम रहा।
वैभव ने इस रिकॉर्ड को तोड़ते हुए यह साबित कर दिया कि उम्र सिर्फ एक संख्या है, अगर आत्मविश्वास और मेहनत साथ हो।
आत्मविश्वास से भरी तूफानी बल्लेबाज़ी
जिस सहजता और बेखौफ अंदाज़ में वैभव ने बड़े शॉट खेले, उसने मैदान में मौजूद दर्शकों को ही नहीं, बल्कि दिग्गज क्रिकेटरों और विशेषज्ञों को भी हैरान कर दिया।
तेज़ गेंदबाज़ों के खिलाफ फ्रंट फुट पर आकर लगाए गए छक्के हों या स्पिनरों पर लॉन्ग ऑन और डीप मिडविकेट के ऊपर से उड़ते शॉट हर स्ट्रोक में परिपक्वता साफ दिखाई दे रही थी।
इतनी कम उम्र में ऐसा संयम और आक्रामकता का संतुलन बहुत कम खिलाड़ियों में देखने को मिलता है।
टीम इंडिया यूथ वनडे में बना सबसे बड़ा स्कोर
वैभव की इस ऐतिहासिक पारी का असर सिर्फ व्यक्तिगत रिकॉर्ड तक सीमित नहीं रहा। उनकी बल्लेबाज़ी की बदौलत टीम इंडिया अंडर-19 ने यूथ वनडे क्रिकेट में 433 रनों का विशाल स्कोर खड़ा कर दिया।
यह भारतीय यूथ टीम का अब तक का सबसे बड़ा स्कोर है। इससे पहले 2004 में भारत ने स्कॉटलैंड के खिलाफ 425 रन बनाए थे, जो करीब दो दशक तक रिकॉर्ड बना रहा। वैभव की पारी ने उस रिकॉर्ड को भी पीछे छोड़ दिया।
भारतीय क्रिकेट को मिला भविष्य का सुपरस्टार?
लगातार बड़े मंचों पर रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन के बाद क्रिकेट जगत में यह चर्चा तेज़ हो गई है कि भारतीय क्रिकेट को बहुत जल्द एक नया सुपरस्टार मिलने वाला है।
IPL से लेकर अंडर-19 स्तर तक वैभव की निरंतरता और निडर बल्लेबाज़ी उन्हें बाकी खिलाड़ियों से अलग बनाती है।
अगर सही मार्गदर्शन, फिटनेस और मानसिक संतुलन बनाए रखा गया, तो आने वाले वर्षों में वैभव भारतीय सीनियर टीम में भी अहम भूमिका निभाते हुए दिखाई दे सकते हैं।
उम्मीदों से भरा आने वाला सफर
फिलहाल वैभव का यह सफर शुरुआत भर है। उनके सामने अभी लंबा रास्ता है, जहां चुनौतियां भी होंगी और दबाव भी।
लेकिन जिस तरह से उन्होंने अब तक हर मौके को भुनाया है, उससे यह साफ है कि भारतीय क्रिकेट को एक ऐसा खिलाड़ी मिल रहा है, जो भविष्य में कई और इतिहास रच सकता है।
क्रिकेट प्रेमियों की नजरें अब इस युवा सितारे के अगले कदम पर टिकी हुई हैं।

