UPSC (संघ लोक सेवा आयोग) ने सिविल सेवा परीक्षा 2024 का फाइनल रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट upsc.gov.in पर जारी कर दिया है। इस प्रतिष्ठित परीक्षा में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की शक्ति दुबे ने अखिल भारतीय प्रथम स्थान हासिल किया है। कुल 1009 उम्मीदवारों ने मेरिट सूची में अपना स्थान बनाया है, जिन्हें विभिन्न प्रतिष्ठित सेवाओं में नियुक्ति की पेशकश की जाएगी।
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शक्ति दुबे- (AIR 1)
प्रयागराज की शक्ति दुबे पांचवें प्रयास में इस परीक्षा में शीर्ष स्थान हासिल करने में सफल रहीं। इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बायोकेमिस्ट्री में स्नातक करने वाली शक्ति ने राजनीति विज्ञान और अंतर्राष्ट्रीय संबंध को अपने वैकल्पिक विषय के रूप में चुना था। उनके पिता देवेंद्र दुबे हैं, जिन्होंने बेटी के सपने को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अपने पिछले प्रयास में, शक्ति महज 12 अंकों से कट-ऑफ क्लियर करने से चूक गई थीं, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी तैयारी जारी रखी। उनकी कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प ने उन्हें इस बार सर्वोच्च सम्मान दिलाया है।

हर्षिता गोयल- (AIR 2)
हरियाणा में जन्मी और गुजरात के वडोदरा में पली-बढ़ी हर्षिता गोयल ने दूसरा स्थान हासिल किया है। एक चार्टर्ड अकाउंटेंट के रूप में अपनी शैक्षणिक पृष्ठभूमि के साथ, हर्षिता ने अपने कौशल का उपयोग सामाजिक कार्यों के लिए भी किया है। वह अहमदाबाद के बीलीफ फाउंडेशन के माध्यम से थैलेसीमिया और कैंसर पीड़ित बच्चों की सहायता के लिए काम कर चुकी हैं। उनकी सफलता दर्शाती है कि कैसे व्यावसायिक कौशल और सामाजिक सेवा का संयोजन प्रशासनिक सेवाओं के लिए एक मजबूत आधार बना सकता है।

अर्चित -(AIR 3)
तीसरे स्थान पर रहे अर्चित ने वीआईटी, वेल्लोर से इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग में बी.टेक की उपाधि प्राप्त की है। तकनीकी पृष्ठभूमि से आने के बावजूद, उन्होंने दर्शनशास्त्र को अपने वैकल्पिक विषय के रूप में चुना। इंजीनियरिंग से प्रशासन तक का उनका सफर युवाओं के लिए प्रेरणादायक है, जो दिखाता है कि विविध अकादमिक पृष्ठभूमि से आने वाले छात्र भी सिविल सेवा में सफलता प्राप्त कर सकते हैं।

परीक्षा का महत्व और प्रक्रिया
UPSC सिविल सेवा परीक्षा भारत की सबसे प्रतिष्ठित और कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है। यह तीन चरणों – प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और व्यक्तित्व परीक्षण (इंटरव्यू) से मिलकर बनती है। इस वर्ष के 1009 सफल उम्मीदवारों को IAS, IPS, IFS और अन्य केंद्रीय सेवाओं में नियुक्त किया जाएगा। सफल उम्मीदवारों की विविध शैक्षणिक पृष्ठभूमि – जीव विज्ञान, लेखा, इंजीनियरिंग और दर्शनशास्त्र – यह दर्शाती है कि सिविल सेवा में सफलता के लिए किसी विशेष स्ट्रीम का होना आवश्यक नहीं है। बल्कि, समर्पण, दृढ़ता और समग्र ज्ञान महत्वपूर्ण कारक हैं।