Tuberculosis: भारत टीबी के इलाज में नंबर एक पर आ गया है। इसको लेकर WHO ने एक रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि भारत ने टीबी मामलों के निदान, उपचार, और मृत्यु दर में पहले से सुधार हुआ है। पिछले साल के मुकाबले, भारत में टीबी की घटनाओं में 16% की कमी देखी गई, जो वैश्विक औसत गिरावट से लगभग दोगुनी है। मृत्यु दर में भी 18% की गिरावट आयी है।
Tuberculosis: 11 लाख मरीजों को मिली सहायता
देशभर में चल रहे निक्षय मित्र अभियान और प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत, विभिन्न सामाजिक संस्थाओं और व्यक्तियों ने लगभग 11 लाख टीबी मरीजों को पोषण सहायता प्रदान की है। टीबी के निदान को बढ़ाने के लिए सक्रिय मामलों की खोज, मॉलिक्यूलर डायग्नोस्टिक तकनीक का विस्तार, और आयुष्मान भारत स्वास्थ्य केंद्रों की सहायता ली जा रही है
टीबी के मरीजों को नहीं हो रही खांसी
इसकी वजह से मरीजों की पहचान और इलाज के स्तर में बड़ा सुधार हुआ है। इस प्रभावी प्रगति के साथ, भारत ने 2025 तक टीबी उन्मूलन का लक्ष्य रखा है और इसे प्राप्त करने की दिशा में लगातार कदम बढ़ा रहा है। टीबी माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस नामक बैक्टीरिया के कारण होने वाला यह संक्रामक रोग है। ये मुख्य रूप से वायुजनित ड्रॉपलेट्स के माध्यम से फैलता है। टीबी रोग वाले लोगों की खांसी या छींक से निकलने वाले बूंदों के माध्यम से आसपास के अन्य लोगों में संक्रमण का खतरा हो सकता है। हालांकि अभी के टीबी के मरीजों में खांसी के संक्रमण ना के बराबर देखे जा रहे है।