Sunita Williams: नासा के अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विलियम्स आखिर 9 महीने बाद धरती पर वापस लौट आए हैं। पिछले साथ जून में 8 दिन के मिशन पर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर गए ये दोनों अंतरिक्ष यात्री 9 महीने से ज़्यादा समय तक वहीं फंसे रह गए थे। सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर पिछले साल 5 जून को बोइंग स्टारलाइनर से अंतरिक्ष गए थे।
एक दूसरा अंतरिक्ष यान स्पेसएक्स ड्रैगन आज, 19 मार्च, 2025 की सुबह उन्हें लेकर सफलतापूर्वक लौट आया। ये स्पेस कैप्सूल अमेरिका के फ्लोरिडा राज्य में समुद्र में उतरा। उनके साथ दो और अंतरिक्ष यात्री – नासा के निक हेग और रूसी एजेंसी रॉस्कोमॉस के अलेक्सांद्र गोर्बुनोव भी लौटे। स्पेस स्टेशन से धरती तक आने में यान को 17 घंटे लगे।
सुनीता दो यात्रियों के बाद यान से उतरीं
Sunita Williams: अंतरिक्ष यान से सबसे पहले नासा के अंतरिक्ष यात्री और क्रू-9 के कमांडर निक हेग उतरे। ड्रैगन कैप्सूल के फ्लोरिडा तट से उतरने के लगभग एक घंटे बाद, ग्राउंड क्रू की मदद से वह ड्रैगन कैप्सूल से बाहर निकले। इसके बाद रॉस्कोस्मोस के अंतरिक्ष यात्री अलेक्सांद्र गोरबुनोव कैप्सूल से बाहर आने वाले रैंप से नीचे उतरे। उनके बाद सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर बाहर आए। अंतरिक्ष यात्री अब 45 दिनों के पुनर्वास कार्यक्रम के लिए ह्यूस्टन रहेंगे। सुनीता विलियम्स भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री हैं।
तकनीकी कारणों से अंतरिक्ष में फंसे थे 2 यात्री
Sunita Williams: सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर पिछले 9 महीने से ज़्यादा समय से स्पेस स्टेशन पर फंसे हुए थे। वो पिछले साल जून में 8 दिन के मिशन पर स्पेस स्टेशन गए थे। वो जिस बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्षयान का परीक्षण कर रहे थे, उसमें तकनीकी समस्याएं आ गईं जिससे उनकी वापसी में कई बार देरी हुई। नासा ने उन्हें वापस लाने के लिए एलन मस्क के स्पेसएक्स क्रू-10 मिशन को मंज़ूरी दी।
Sunita Williams: इसके पाद यह यान चार अंतरिक्ष यात्रियों के साथ इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर गया। यह यान शनिवार (15 मार्च, 2025) को दोपहर 12:05 बजे (भारतीय समयानुसार सुबह 9:35 बजे) अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर पहुंचा।