Sriram Krishnan: अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारतीय अमेरिकी श्रीराम कृष्णन को AI नीति पर अपना सीनियर एडवाइजर नियुक्त किया है। कृष्णन वाइट हाउस में एआई और क्रिप्टो नीति पर नेतृत्व करने वाले डेविड साक्स के साथ काम करेंगे। ये तब चर्चा में आए थे जब एलन मस्क ने ट्वीटर खरीदने के बाद उसकी जिम्मेदारी इन्हें सौंपी थी। ट्विटर यानि एक्स पर ब्लू टिक का सुझाव भी कृष्णन ने ही दिया था।
Sriram Krishnan: 2005 में की करियर की शुरूआत
चेन्नई में जन्मे और पले-बढ़े श्रीराम ने SRM इंजीनियरिंग कॉलेज से बी.टेक इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की डिग्री हासिल की। इसके बाद करियर की शुरुआत अमेरिका में 2005 में सॉफ़्टवेयर इंजीनियर के रूप में की थी। कृष्णन ने कहा है कि टेक्नोलॉजी में बड़ी कंपनियों का शामिल होना बिल्कुल भी ठीक नहीं है और आने वाले समय में जो कंपनियां एआई को सिर्फ एक साधन नहीं बल्कि अपनी ताकत बनाएंगी वहीं सफल हो पाएंगी। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ कंपनियों की लड़ाई नहीं है। बल्कि सोशल मीडिया में हो रहे बदलाव और बढ़ती गड़बड़ियों का संकेत है।
AI से जुड़े होंगे बड़े फैसले
श्रीराम कृष्णन ट्रम्प सरकार में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से जुड़ी नीतियों पर अमेरिकी राष्ट्रपति के सलाहकार होंगे। अगले चार साल तक पूरी दुनिया में एआई को लेकर निर्धारित करने वाले शख्स होंगे। जानकारी के लिए बता दें कि स्टैक ओवरफ्लो और रेडिट ने अपने डेटा की कीमतें बढ़ा दी है। कृष्णन के मुताबिक ये घटनाएं इंटरनेट और बड़ी टेक कंपनियों के काम करने के तरीके के खिलाफ एक मौलिक अस्वीकृति का प्रतिनिधित्व करती हैं। यह ऐसे युग की शुरुआत का संकेत है, जहां यूजर्स के पास पहले से ज्यादा शक्ति और अधिकार होंगे।