Sikkim: सिक्किम में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त कर दिया है। राज्य के उत्तरी हिस्सों में भूस्खलन और जलप्रलय जैसी स्थिति बन गई है, जिससे कई स्थानों पर भारी तबाही हुई है।
उत्तर सिक्किम में एक आर्मी कैंप पर हुए लैंडस्लाइड में तीन लोगों की मौत हो चुकी है और नौ जवान लापता हैं। इन जवानों की तलाश के लिए राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। सेना और स्थानीय प्रशासन की टीमें लगातार मलबे में खोज अभियान चला रही हैं।
Sikkim: 1500 पर्यटक फंसे
पर्यटन स्थलों पर भी संकट गहराया हुआ है। लाचेन और लाचुंग जैसे लोकप्रिय स्थानों पर करीब 1500 पर्यटक फंसे हुए हैं। मंगन जिले के एसपी सोनम देचू भूटिया के अनुसार, लाचुंग में 1,350 और लाचेन में 115 पर्यटक हैं।
लगातार भूस्खलन की वजह से दोनों इलाकों का संपर्क टूट गया था, लेकिन अब लाचुंग की ओर रास्ता बहाल कर दिया गया है और फंसे पर्यटकों की निकासी शुरू हो चुकी है।
एक हजार फीट नीचे गिरी गाड़ी
शुक्रवार को एक और दुखद घटना घटी, जब एक टूरिस्ट गाड़ी मंगन जिले के चुबोंबु इलाके में तीस्ता नदी की ओर करीब 1,000 फीट नीचे गिर गई। वाहन में कुल 11 लोग सवार थे। दो को सुरक्षित बचा लिया गया है, जबकि नौ अन्य अभी भी लापता हैं। इनमें गाड़ी का ड्राइवर भी शामिल है।
बादल फटने से तबाही
30 मई को बादल फटने की घटना ने तबाही को और बढ़ा दिया। उस दिन 130 मिमी से अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई, जिससे लाचेन, लाचुंग, गुरुदोंग्मर, वैली ऑफ फ्लावर्स और जीरो प्वाइंट जैसे पर्यटक स्थलों की ओर जाने वाले मार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। सड़कें टूट गईं, पुल बह गए और कई इलाकों में यातायात पूरी तरह बंद हो गया।
रेड अलर्ट
भारत मौसम विभाग ने मंगन जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया है, जिसमें अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। वहीं गंगटोक, नामची, ग्यालशिंग, सोरेंग और पाकयोंग जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
जहां अगले 24 घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई गई है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।
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