बिहार राजनीती: बिहार में नई सरकार के गठन के बाद 26 मंत्रियों ने शपथ ले ली, लेकिन विभाग बंटवारे का इंतज़ार जारी था। इसी बीच शुक्रवार (21 नवंबर, 2025) को बिहार बीजेपी के एक्स हैंडल से एक सूची साझा की गई, जिसने राजनीतिक हलचल बढ़ा दी। इस लिस्ट में बीजेपी के 14 मंत्रियों के नाम और उनके सामने आवंटित विभागों का उल्लेख है।
सबसे अधिक चर्चा इसलिए छिड़ गई, क्योंकि इस सूची में सम्राट चौधरी के सामने गृह विभाग लिखा है—एक ऐसा मंत्रालय जो अब तक हमेशा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास ही रहा है। अगर यह लिस्ट सही साबित होती है, तो यह पहली बार होगा कि नीतीश कुमार गृह विभाग अपने पास नहीं रखेंगे।
बिहार राजनीती: बीजेपी की ओर से बधाई संदेश
बिहार राजनीती: बीजेपी के एक्स हैंडल पर यह सूची पोस्ट करते हुए मंत्रियों को बधाई भी दी गई। पोस्ट में लिखा गया कि सभी मंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में सुशासन और स्थिरता को नई दिशा देंगे। इस आधिकारिक शैली के संदेश ने इस सूची को और भी विश्वसनीय बना दिया और चर्चा तेज़ कर दी।
बीजेपी और जेडीयू की प्रतिक्रिया
लिस्ट सामने आने के बाद दोनों दलों की प्रतिक्रियाएँ भी अलग-अलग रहीं।
बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी दानिश इकबाल ने साफ तौर पर कहा कि सूची बिल्कुल सही है और यह फेक नहीं है। उन्होंने यह भी पुष्टि की कि गृह विभाग सम्राट चौधरी को ही मिल रहा है।
वहीं जेडीयू के प्रवक्ता और एमएलसी नीरज कुमार ने इससे असहमति जताई। उन्होंने कहा कि अभी तक कोई आधिकारिक पत्र जारी नहीं हुआ है, इसलिए पार्टी इस सूची की पुष्टि नहीं कर सकती।
गृह विभाग को लेकर बड़ी राजनीतिक बहस
बिहार राजनीती: गृह विभाग बिहार में हमेशा से सत्ता के सबसे शक्तिशाली मंत्रालयों में से एक माना जाता है। परंपरागत रूप से यह विभाग नीतीश कुमार ने अपने पास रखना पसंद किया है।
ऐसे में इस बदलाव की संभावना ने राजनीतिक गलियारों में कई तरह की चर्चाएँ छेड़ दी हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि यह सूची अंतिम रूप लेती है या नहीं, और अगर लेती है तो इसका बिहार की नई सरकार के समीकरणों पर क्या असर पड़ता है।

