22 दिन से लापता साक्षी: लखनऊ के महानगर इलाके से लापता हुई डायल-112 की टेलीकॉलर साक्षी का रहस्य गहराता जा रहा है।
29 अगस्त की रात घर से निकली साक्षी का अब तक कोई पता नहीं चला है। पूरे 22 दिन बीत चुके हैं, लेकिन पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद वह अभी भी लापता है।
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22 दिन से लापता साक्षी: चारबाग स्टैंड से मिली स्कूटी और मोबाइल
22 दिन से लापता साक्षी: महानगर की पेपर मिल कॉलोनी की रहने वाली साक्षी की स्कूटी और मोबाइल फोन चारबाग बस स्टैंड पर लावारिस हालत में बरामद हुए थे।
इसके बाद परिवार में चिंता और बढ़ गई। परिजनों का कहना है कि साक्षी ने घर से निकलने से पहले फोन पर आखिरी बार अपनी मां से बात करने की इच्छा जताई थी।
22 दिन से लापता साक्षी: मां ने लगाया अपहरण का आरोप
साक्षी की मां का आरोप है कि उनकी बेटी का अपहरण हुआ है। उन्होंने साक्षी के दोस्त सचिन पर उसे बहला-फुसलाकर ले जाने का संदेह जताते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पुलिस ने सचिन को गिरफ्तार कर लिया है।
इंस्टाग्राम से शुरू हुई थी दोस्ती
22 दिन से लापता साक्षी: पुलिस पूछताछ में सचिन ने बताया कि उसकी साक्षी से दोस्ती इंस्टाग्राम पर हुई थी। दोनों अक्सर मिलते-जुलते थे।
सचिन ने कबूल किया कि 29 अगस्त की रात रिवर फ्रंट पर किसी अन्य युवक को लेकर उसका और साक्षी का झगड़ा हुआ था। इसके बाद उसने साक्षी का फोन छीन लिया और वहां से चला गया।
हालांकि उसने दावा किया कि इसके बाद उसे साक्षी के बारे में कोई जानकारी नहीं है। सचिन इस समय हजरतगंज में रहकर जेप्टो कंपनी में नौकरी कर रहा था।
नदी में भी चलाया गया सर्च ऑपरेशन
22 दिन से लापता साक्षी: साक्षी की तलाश के लिए पुलिस ने गोमती नदी में सर्च ऑपरेशन भी चलाया, लेकिन वहां से कोई सुराग नहीं मिला।
साथ ही जिस युवक को लेकर साक्षी और सचिन के बीच विवाद हुआ था, उससे भी पुलिस ने पूछताछ की, मगर कोई ठोस जानकारी हाथ नहीं आई।
22 दिन से लापता साक्षी: रहस्य अभी भी बरकरार
लापता हुए इतने दिन बीत जाने के बाद भी साक्षी की खोज जारी है। पुलिस ने जांच की रफ्तार तेज कर दी है और हर एंगल से सुराग तलाशने की कोशिश की जा रही है। दूसरी ओर, परिवारजन अपनी बेटी की सुरक्षित वापसी की उम्मीद लगाए हुए हैं।