Russo-Ukrainian War: रूस और यूक्रेन के बीच जंग थमने के बजाए और तेज होती दिख रही है। अटैक देम्स मिसाइलों की अनुमति के बाद, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को यूक्रेन को एंटीपर्सनल लैंड माइंस देने की भी घोषणा कर दी। इस बीच, यूक्रेन ने पहली बार रूस पर ब्रिटिश निर्मित स्टॉर्म शैडो मिसाइलें दागी हैं। रिपोर्ट के अनुसार यूक्रेन ने बुधवार को 12 स्टॉर्म शैडो मिसाइलें दागी हैं। इसकी वजह से रुसी सेनाओं को रोकने में मदद मिलेगी।
Russo-Ukrainian War: एंटी-पर्सनल लैंडमाइन का इस्तेमाल करेगा
स्टॉर्म शैडो मिसाइलों की रेंज 250 किमी होती है। यह बंकरों और गोला- बारूद भंडारों पर हमले करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। वहीं यूक्रेन ने 2005 यूएन Supported संधि पर साइन करते हुए कहा था कि वो कभी एंटी-पर्सनल लैंडमाइन का इस्तेमाल नहीं करेगा। दोनों देशों के बीच हमले को देखते हुए अमेरीका, स्पेन, इटली और यूनान ने अपनी Embassy बंद कर दी है। रूस ने चेतावनी दी है कि लंबी दूरी की मिसाइलों के जवाब में सख्त कार्रवाई करेगा। संभावित रूसी हमलों के मद्देनजर, कीव में अमेरिकी दूतावास ने अपना संचालन अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। स्पेन, इटली और ग्रीस ने भी अपने दूतावास बंद कर दिए हैं। अमेरिका ने यूक्रेन को 275 मिलियन डॉलर की सैन्य सहायता दी है। यह युद्ध अब वैश्विक स्थिरता के लिए गंभीर चुनौती बनता जा रहा है।
नाटों देशों की बढ़ी मुसीबतें
बता दें कि पिछले दिनों रूसी रक्षा मंत्रालय ने बताया कि यूक्रेनी सेना ने रूस के ब्रांस्क क्षेत्र में 6 अमरीकी मिसाइलों से हमला किया। उनमें से पांच को एस-400 और पैटसर एयर डिफेंस सिस्टम ने तबाह कर दिया, जबकि एक अन्य क्षतिग्रस्त होने के बाद ब्रांस्क क्षेत्र में रूसी military एरिया में जा गिरा। वहीं 3 नाटों देशों नार्वे, स्वीडन और फिनलैंड को एडवाइजरी जारी कर कहा गया है कि वो भोजन, पानी और दवाईयों का स्टॉक अपने पास रखे। साथ ही बिजली का बैकअप और 72 घंटे खाने पीने के सामान साथ रखे। सोशल मीडिया पर चल रही खबरों में ऐसा कहा जा रहा है कि तीसरा विश्व युद्ध दूर नहीं है।