Friday, November 22, 2024

Rajya Sabha Elections: भाजपा ने केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू को बनाया राज्यसभा का उम्मीदवार, जीत तय

Rajya Sabha seat of Rajasthan: राज्यसभा चुनाव के नामांकन की आखिरी तारीख से एक दिन पहले मंगलवार को भाजपा ने रवनीत सिंह बिट्टू को राजस्थान से उम्मीदवार घोषित किया है। वह बुधवार को नामांकन दाखिल करेंगे। अब केंद्रीय मंत्री बिट्टू राजस्थान से राज्यसभा के सांसद बनेंगे। बिट्‌टू पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत सिंह के पोते हैं और मोदी सरकार में रेल राज्य मंत्री हैं। इधर, कांग्रेस ने कोई प्रत्याशी नहीं उतारने का फैसला लिया है, इसलिए बिट्‌टू निर्विरोध राज्यसभा सदस्य चुने जा सकते हैं।
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में हुए थे शामिल
लुधियाना से 2 बार सांसद रह चुके रवनीत बिट्टू लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे। भाजपा में शामिल होने के बाद पार्टी ने उन्हें लुधियाना से टिकट दिया, लेकिन उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग से 20 हजार 942 वोटों से हार का सामना करना पड़ा। लोकसभा चुनाव में हार के बाद भी भाजपा ने पंजाब से किसी और को ना चुनकर मोदी 3.0 सरकार में बिट्टू को केंद्रीय राज्य मंत्री बनाया है। इसके बाद उनका राज्यसभा में जाकर सांसद के तौर पर शपथ लेना बेहद जरूरी है।

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जीत के लिए चाहिए 98 वोट, कांग्रेस के पास 66

राज्यसभा के सदस्यों को विधायक चुनते हैं। राज्यसभा के चुनाव में अपनाए जाने वाले फॉर्मूले के हिसाब से जितनी सीटें खाली होती हैं, उसमें एक जोड़कर जितनी विधानसभा सीटें होती हैं, उसमें भाग दिया जाता है। भाग के परिणाम में एक जोड़ा जाता है। इससे जो रिजल्ट आता है, उतने वोट एक सीट पर जरूरी होते है। राजस्थान में 1 सीट पर चुनाव है, इसमें 1 जोड़ेंगे तो 2 होंगे। राजस्थान में कुल 200 विधानसभा सीटें हैं, लेकिन 6 सीटें खाली हैं। ऐसे में 194 में 2 का भाग देकर रिजल्ट में 1 जोड़ेंगे तो संख्या 98 आएगी। इस तरह राज्यसभा चुनाव में जीत के लिए 98 वोट चाहिए। बीजेपी के पास 114 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के पास मात्र 66 विधायक हैं। संख्या बल के हिसाब से बीजेपी की जीत तय है।

निर्दलीय बबिता का नामांकन होगा खारिज?

राज्यसभा चुनावों के लिए बबिता वाधवानी ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन भरा है। उनका नामांकन खारिज होने के आसार हैं, क्योंकि उनके पास 10 विधायकों के प्रस्तावक के तौर पर हस्ताक्षर नहीं है। राज्यसभा चुनावों में 10 विधायकों का प्रस्तावक नहीं होने पर नामांकन खारिज हो जाता है।

…तो 22 को ही तय हो जाएगा निर्विरोध निर्वाचन

केसी वेणुगोपाल के लोकसभा चुनाव जीतने के बाद खाली हुई सीट पर 14 अगस्त को नोटिफिकेशन हुआ था। अब 21 अगस्त नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख है। वहीं, 22 अगस्त को नामांकन पत्रों की जांच होगी। इसके बाद 27 अगस्त तक नामांकन वापस ले सकेंगे। आवश्यकता हुई तो 3 सितंबर को सुबह 9 से 4 बजे तक वोटिंग और उसी दिन रिजल्ट का टाइम टेबल तय किया है। हांलाकि निर्दलीय उम्मीदवार का नामांकन खारिज होने की स्थिति में 22 अगस्त को ही बीजेपी उम्मीदवार के निर्विरोध जीत तय हो जाएगी, उसी दिन घोषणा हो जाएगी।

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