Rajasthan Assembly News: राजस्थान विधानसभा में अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान गुरुवार को सदन में जमकर घमासान हुआ। हालात यह हो गए कि सदन को 3 बार स्थगित करना पड़ा। यह हंगामा कांग्रेस विधायक श्रवण कुमार की ओर से बुधवार को सदन में साधु-संतों पर दिए गए बयान पर हुआ। कांग्रेस विधायक ने कहा था कि साधु-संतों ने देश का भट्टा बैठाया है।
अनुदान मांगों पर बहस के दौरान गुरुवार को जब श्रवण कुमार बोलने के लिए खड़े हुए तो मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने श्रवण कुमार के बयान पर आपत्ति जताते हुए माफी की मांग की। भाजपा विधायक महंत बालकनाथ ने कहा कि इस बयान से पूरा संत समाज आहत हुआ है। यदि विधायक व्यक्तिगत रूप से उन्हें गाली देते तो कोई बात नहीं, लेकिन पूरे संत समाज और सनातन संस्कृति का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
देवनानी ने पूछा, कांग्रेस अपना रुख स्पष्ट करे
बाबा बालकनाथ के विरोध पर श्रवण कुमार ने कहा कि मैंने ऐसा क्या कह दिया। इसके बाद भाजपा विधायक जोर-जोर से बोलने लगे। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने श्रवण कुमार के बाबाओं से संबंधित बयान को सदन की कार्यवाही से निकालने के आदेश दिए, साथ ही श्रवण कुमार को आगे से सदन में किसी को आहत करने वाला कमेंट नहीं देने के लिए चेताया। विधानसभा अध्यक्ष ने पूछा, क्या कांग्रेस मानती है कि बाबाओं ने देश का बट्टा बैठा दिया? विधानसभा अध्यक्ष के फैसले के बाद मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने कहा कि श्रवण कुमार को माफी मांगनी चाहिए।
बालकनाथ बोले, संत समााज को इकट्ठा कर दूंगा
महंत बालकनाथ और कई भाजपा विधायक भी माफी की मांग पर अड़ गए। महंत बालकनाथ ने खड़े होकर कहा कि श्रवण कुमार जब तक माफी नहीं मागते तब तक बोलने नहीं देंगे। बालकनाथ ने कहा कि आपने इस देश के सनातन धर्म को अपमानित किया है। अगर आप अपने बयान पर दिल से माफी नहीं मांगेंगे तो देश के सभी साधु-संतों को आपके विधानसभा में एकत्रित करूंगा और आपके घर तक लेकर आऊंगा, घर से निकलने नहीं दूंगा। इस पर श्रवण कुमार ने कहा कि हम मरना पसंद करते हैं, झुकना पसंद नहीं करते। मैं इस तरह दादागीरी से दबने वाला नहीं हूं। इस दौरान तीन बार सदन का स्थगित करना पड़ा।