Resident doctors strike ends in Rajasthan: कोलकाता रेजिडेंट प्रकरण को लेकर राजस्थान में कार्य बहिष्कार कर रहे रेजिडेंट डॉक्टर बुधवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर से मुलाकात और उनके आश्वासन के बाद बुधवार शाम इमरजेंसी-आईसीयू सेवाओं में वापस काम पर लौट आए। चिकित्सा मंत्री खींवसर से सचिवालय में हुई वार्ता के बाद जयपुर एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (जार्ड) ने आंशिक तौर पर हड़ताल वापसी का निर्णय लिया।
मंत्री खींवसर ने उन्हें आश्वस्त किया कि रेजिडेंट्स के लिए 30 बॉडीगार्ड्स लगाए जाएंगे। वहीं एसएमएस पुलिस चौकी की स्ट्रेंथ भी बढ़ाई जाएगी। मंत्री खींवसर ने कहा कि डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए कॉलेज स्तर पर कमेटी बनाने, मेंटल हेल्थ सेल और कार्य बहिष्कार अवधि को डे ऑफ या राजकीय अवकाश में समायोजित किए जाने समेत कई मुद्दों पर सहमति बनी।
वार्ता में 7 से 8 मुद्दों पर बनी सहमति
चिकित्सा मंत्री के साथ हुई वार्ता में 7 से 8 मुद्दों पर सहमति बनी है। इसके बाद रेजिडेंट डॉक्टर्स इमरजेंसी और आईसीयू की सेवाओं में हमारी पूरी सहायता करेंगे। जयपुर एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (जार्ड) के अध्यक्ष डॉक्टर मनोहर सियोल ने बताया कि हमने राज्य में जनहित को ध्यान में रखते हुए अपनी हड़ताल को आंशिक तौर पर वापस लेने का निर्णय किया है। संगठन ने अब एसएमएस मेडिकल कॉलेज और उससे अटैच हॉस्पिटलों में इमरजेंसी सर्विस, आईसीयू, इमरजेंसी ओटी, लेबर रूम में अपनी सर्विस को बहाल किया है। हालांकि, जनरल ओपीडी, वार्ड सेवाओं और रूटीन ओटी सेवाओं में अपनी सर्विस को अभी सस्पेंड रखा जाएगा।
अजमेर में भी हड़ताल वापसी का ऐलान
अजमेर में भी रेजिडेंट डॉक्टरों ने हड़ताल वापसी का ऐलान किया। जेएलएन अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर अरविंद खरे ने बताया कि रेजिडेंट की हड़ताल खत्म हो गई है। कल से 650 रेजिडेंट डॉक्टर काम पर लौटेंगे। फिलहाल केवल इमरजेंसी कार्य करेंगे। जोधपुर मेडिकल कॉलेज रेजिडेंट अध्यक्ष डॉ. रविंद्र चारण ने बताया कि जोधपुर में रेजिडेंट्स डॉक्टरों की हड़ताल जारी है। पिछले चार दिनों जो इमरजेंसी सेवाएं नहीं दे रहे थे। अब सिर्फ इमरजेंसी में सेवाएं देंगे। जोधपुर में करीब 750 रेजिडेंट डॉक्टर हैं।