Gravel prices will reduce in Rajasthan: राजस्थान में मानसून के बाद बजरी की कीमतें कम हो सकती हैं। प्रदेश की भजनलाल सरकार ने इसी महिने 9 जिलों में बजरी की 48 लीज ऑक्शन करने की तैयारी कर ली है। इससे उम्मीद है कि मानसून के बाद बजरी की दरों में गिरावट आ सकती है। संभावना है कि मानसून सीजन पूरा होने के बाद नई लीज एरिया से खनन शुरू हो जाएगा।
इससे पहले सरकार ने मार्च-अप्रैल में बजरी की 54 लीज ऑक्शन की थी। तब सरकार केवल 14 लीज के ही पैसे ऑक्शन उठाने वालों ने जमा करवाए। वहीं 3 लीज राजस्थान स्टेट एंड मिनरल्स माइन को दे दी गई थी। इनको अब खनन के लिए पट्टे जारी हो गए हैं। जबकि शेष लीज को दोबारा से ऑक्शन करने का निर्णय किया है।
27 जुलाई से 24 सितंबर तक चलेंगे ऑक्शन
खान विभाग की तरफ से प्रदेश के 9 शहरों में 48 लीज जारी की जाएगी। इसके लिए ऑनलाइन ऑक्शन 27 जुलाई से शुरू होंगे, जो 24 सितंबर तक चलेंगे। यह लीज 5 साल तक के लिए दी जाएगी, जो 18 से लेकर 99 हेक्टेयर जमीन तक की होगी। इस लीज में सरकार ने इस बार बजरी के लिए खुदाई अधिकतम 3 मीटर तक ही करने की शर्त रखी है। इस 3 मीटर में गहराई में खनन करने के बाद उस जगह को भरने की जिम्मेदारी लीज धारक की होगी। इसके लिए नदी के उबड़-खाबड़ क्षेत्र से मिट्टी लेकर उसे समतल करना होगा।
इन जिलों में होंगे लीज के लिए ऑक्शन
इस बार सरकार नागौर, पाली, जोधपुर, बालोतरा, भीलवाड़ा, ब्यावर, झालावाड़, सवाई माधोपुर और चित्तौड़गढ़ जिलों में लीज ऑक्शन करेगी। इनमें सबसे ज्यादा 11 लीज भीलवाड़ा जिले के हमीरगढ़, मांडलगढ़ कस्बे में मौजूद नदियों की है। बालोतरा में 8, पाली और जोधपुर में 7-7, नागौर में 6, ब्यावर में 3, झालावाड़-सवाई माधोपुर में 2-2 और चित्तौड़गढ़ में एक लीज है।
दाम हो जाएंगे 850 से 950 रुपए प्रति टन
वर्तमान में जयपुर समेत आसपास के शहरों में बजरी 1150 से लेकर 1250 रुपए प्रति टन तक बिक रही है। मानसून में बजरी खनन पर रोक लगने के बाद यह और महंगी हो सकती है। लेकिन सरकार ने इस बार जो ऑक्शन की शर्तें रखी हैं, उसमें लीज धारकों को बजरी अधिकतम 200 रुपए प्रति टन बेचने के लिए कहा है। इस वजह से शहरों में बजरी की रेट 850 से 950 रुपए प्रति टन के बीच रहने की उम्मीद है।