Rajasthan: नागौर जिले में बीते 24 घंटे से रुक-रुक कर हो रही बारिश के बाद सुबह से मूसलधार बारिश का दौर शुरू हो गया। लगातार हो रही तेज बारिश के कारण शहर की कई सड़कों पर जलभराव हो गया है और दृश्य तलाब जैसे नजर आने लगे हैं।
शिवबाड़ी क्षेत्र, नकाश गेट, फकीरों का चौक, नया दरवाजा और बाड़ीकुआं जैसे इलाकों में घरों और दुकानों में पानी घुस गया है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हालात को देखते हुए निजी शिक्षण संस्थानों में अवकाश घोषित किया गया है।
बारिश ने जहां शहरवासियों को थोड़ी परेशानी में डाला है, वहीं किसानों के चेहरे पर राहत की मुस्कान लौटा दी है।
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Rajasthan: चारभुजा में बस-पिकअप की भीषण भिड़ंत
राजसमंद जिले के चारभुजा क्षेत्र से एक भीषण सड़क हादसे की खबर सामने आई है। अमरतिया गांव के पास एक रोडवेज बस और पिकअप वाहन की जोरदार भिड़ंत हो गई, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और 6 अन्य घायल हो गए।
हादसे में पिकअप चालक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बस चालक नानूराम की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई।
सूचना मिलते ही चारभुजा पुलिस मौके पर पहुंची और मृतक के शव को मोर्चरी में भिजवाया गया। घायलों को तुरंत आरके जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
रामपुरिया खुर्द गांव में बुनियादी सुविधाओं का टोटा
झालावाड़ जिले की अकलेरा पंचायत समिति के अंतर्गत आने वाले रामपुरिया खुर्द गांव में बुनियादी सुविधाओं के अभाव की शर्मनाक तस्वीर सामने आई है।
सोमवार को 80 वर्षीय बुजुर्ग महिला अमन कँवर के निधन के बाद परिजनों को उनका अंतिम संस्कार कीचड़ और पानी से भरे कच्चे रास्ते से ले जाकर करना पड़ा। न तो गांव में पक्की सड़क है, न ही श्मशान घाट का कोई पक्का इंतजाम।
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत बोरबन्द के अंतर्गत आने वाला यह गांव आज भी विकास से कोसों दूर है। ग्रामीणों का आरोप है कि जनप्रतिनिधि चुनावों में वादे करके चले जाते हैं, लेकिन उसके बाद गांव की सुध नहीं ली जाती।
रोडवेज बस और बोलेरो में भिड़ंत, 4 की मौत
डीडवाना-कुचामन में लाडनूं क्षेत्र में रोडवेज बस-बोलेरो की भिड़ंत हो गई। हादसे में बोलेरो सवार 3 महिलाओं सहित 4 लोगों की मौत हो गई। एक्सीडेंट शनिवार सुबह 5.30 बजे लाडनूं-सुजानगढ़ मार्ग पर पाबोलाव बालाजी मंदिर के पास हुआ।
बस सीकर डिपो की थी और जयपुर जा रही थी। हादसे में चार लोग घायल भी हुए हैं। बोलेरो सवार गाड़ी में बुरी तरह फंस गए थे। जिन्हें मौके पर पहुंची पुलिस व मेडिकल की टीमों ने एक घंटे की मशक्कत के बाद निकाला।
घायलों को लाडनूं के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया। मृतक चूरू के मोमासर और राजलदेसर के रहने वाले हैं।
कामखेड़ा में बाल मजदूरी पर सवाल
झालावाड़ जिले का प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कामखेड़ा बालाजी धाम इन दिनों बाल मजदूरी को लेकर चर्चा में है। धर्म और आस्था का यह केंद्र अब मासूम बच्चों से कराए जा रहे श्रम के चलते बदनाम होता जा रहा है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि कामखेड़ा पुलिस थाने के बिल्कुल पास, अस्पताल, बाजार और मंदिर परिसर में छोटे-छोटे बच्चे चाय पहुंचाने, फूल-मालाएं बेचने और श्रद्धालुओं से तिलक लगाकर पैसे मांगने का कार्य करते नजर आते हैं।
इनमें से कुछ बच्चे मालिकों द्वारा शोषण का शिकार हैं, तो कुछ गरीबी और लाचारी के कारण इस हालात में हैं। चाहे चाय की दुकानें हों या प्रसाद की दुकानों पर काम, कई जगहों पर बच्चे खुलेआम बाल मजदूरी करते पाए गए हैं।
कई मामलों में मालिक उन्हें कम मजदूरी पर ज्यादा काम करवाते हैं, जिससे शिक्षा से दूर और शोषण के शिकार हो रहे हैं।
नाथपुरा को राजस्व गांव घोषित करने की मांग
भरतपुर जिले के रुदावल क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले नाथपुरा गांव को राजस्व ग्राम का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने रूपबास उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है।
नाथपुरा गांव, जो कि रुदावल ग्राम पंचायत से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, वर्तमान में पंचायत के एक वार्ड के रूप में दर्ज है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव राजस्व ग्राम बनने के सभी मापदंडों को पूरा करता है,
लेकिन राजस्व ग्राम का दर्जा नहीं मिलने के कारण सरकारी योजनाओं के लाभों से वंचित रहना पड़ रहा है। ज्ञापन में बताया गया कि गांव में एक राजकीय विद्यालय पहले से संचालित है और हाल ही में एक आंगनबाड़ी केंद्र की भी घोषणा हो चुकी है।
झालावाड़ में नशा तस्कर पर बड़ी कार्रवाई
झालावाड़ पुलिस ने बकानी कस्बे में मादक पदार्थों के तस्कर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। एसपी अमित कुमार के निर्देश पर डीएसपी हर्षराज सिंह ने 8 थानों की पुलिस फोर्स के साथ तस्कर सरफराज पुत्र शरीफ के अवैध निर्माण को ध्वस्त किया।
एसपी अमित कुमार ने बताया कि आरोपियों ने सरकारी जमीन पर नशे के धंधे से कमाए पैसों से आलीशान मकान बना रखा था। सरफराज पर कुल 8 मामले दर्ज हैं, जिनमें 7 एनडीपीएस एक्ट के तहत हैं।
30 जुलाई को उसे पिड़ावा थाने में मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इसी दिन झालरापाटन थाने में हुई मादक पदार्थों की जब्ती में भी वह सप्लायर था।
राजगढ़ में गणेश महोत्सव की तैयारियां पूरी
श्री गणेश आराध्य मंडल राजगढ़ द्वारा आयोजित गणेश महोत्सव की तैयारियां अंतिम चरण में पहुंच चुकी हैं। आगामी 27 अगस्त को भरने वाले मेले के मद्देनज़र, नवनिर्मित गणेश पोल पर स्थित रिद्धि-सिद्धि विनायक मंदिर में भव्य रथ पूजन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
मंदिर के महंत त्रिलोक शर्मा और पंडित अजय शर्मा ने बताया कि गणेश जी महाराज को विराजमान करने वाले राजा के रथ का पूजन वैदिक मंत्रोच्चार के साथ किया गया।
इसी के साथ ग्यारह दिवसीय गणेश महोत्सव का शुभारंभ हो गया है। सैकडो श्रृद्धालुओं ने ध्वजा रैली निकाल कर गणेश आगमन महोत्सव का आगाज किया।
चित्तौड़गढ़ में दिखा ऑरेंज अलर्ट का असर
मौसम विभाग द्वारा जारी ऑरेंज अलर्ट का असर चित्तौड़गढ़ जिले में साफ तौर पर देखने को मिल रहा है। जिलेभर में तेज मूसलधार बारिश का दौर शुरू हो चुका है, जिससे किसानों और आमजन के चेहरे खिल उठे हैं।
बारिश के कारण खेतों में नमी बढ़ने से कृषि कार्यों को गति मिलने की उम्मीद है। वहीं, शहर और ग्रामीण इलाकों में भी मौसम सुहावना हो गया है। ऑरेंज अलर्ट को देखते हुए प्रशासन ने निजी और सरकारी विद्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया है,
जिससे छात्रों को राहत मिली है। जिलेभर में सुरक्षा और राहत प्रबंधों को लेकर प्रशासन सतर्क है।
कोटा-सांगोद मार्ग जलभराव से बंद
हाड़ौती क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से जनजीवन प्रभावित हो गया है। कोटा-सांगोद मार्ग पर भारी जलभराव के कारण आवागमन पूरी तरह से बंद हो गया है, जिससे वाहन चालकों को वैकल्पिक पलायथा मार्ग का सहारा लेना पड़ा।
पिछले 72 घंटों से लगातार हो रही वर्षा के चलते सांगोद तहसील क्षेत्र की कालीसिंध, उजाड़, परवन और नांगली नदियों में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। लबानिया रपट पर पानी का तेज बहाव होने से मार्ग लगभग 17 घंटे तक बंद रहा।
गेहूंखेड़ी गांव के पास पुलिया तक पानी पहुंच जाने से खतरे की स्थिति बनी हुई है। प्रशासन ने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है। लबानिया रपट पर पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
कलेक्टर ऑफिस से 50 मीटर दूर डॉक्टर की मौत
करौली मेडिकल कॉलेज की सहायक प्रोफेसर डॉ. दीक्षा सिरोही की सड़क दुर्घटना में मौत केवल एक हादसा नहीं, बल्कि जिले के प्रशासनिक तंत्र की असफलता का आईना है। यह दुर्घटना राष्ट्रीय राजमार्ग-23 पर हुई, जो करौली जिला कलेक्ट्रेट से मात्र 50 मीटर और नगर परिषद कार्यालय से लगभग 100 मीटर की दूरी पर स्थित है।
इसी मार्ग पर जिला परिषद, जिला न्यायालय और अन्य प्रमुख सरकारी दफ्तर मौजूद हैं। इसके बावजूद, मुख्य सड़क पर अतिक्रमण और अव्यवस्था बनी हुई है। करीब डेढ़ वर्ष से जिले का प्रशासन संभाल रहे कलेक्टर नीलाभ सक्सेना अब तक अपने ही दफ्तर के सामने की सड़क को अतिक्रमण मुक्त नहीं करवा सके हैं।
ऐसे में सवाल उठता है कि जब मुख्यालय पर ही हालात इतने खराब हैं, तो जिले के दूरस्थ इलाकों की स्थिति क्या होगी? ट्रक और कार चालकों की लापरवाही अपनी जगह है, लेकिन इस मौत की नैतिक जिम्मेदारी जिला कलेक्टर और नगर परिषद चेयरमैन की बनती है।
यह केवल एक हादसा नहीं, बल्कि प्रशासनिक लापरवाही से हुई “हत्या” मानी जानी चाहिए।