Rajasthan: राजस्थान के सीकर जिले के लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र के बीचगांवा गांव में शिवरात्रि के पावन पर्व पर श्रद्धालुओं के बीच गहरा मातम छा गया। हरिद्वार से कांवड़ लाकर भोलेनाथ को जल चढ़ाने आए ग्रामीण परंपरागत रूप से गांव में कांवड़ की परिक्रमा कर रहे थे।
लेकिन बुधवार सुबह अचानक एक बड़ा हादसा हो गया, जब परिक्रमा के दौरान कांवड़ियों का रथ हाईटेंशन लाइन की चपेट में आ गया। करंट फैलते ही कई लोग उसकी चपेट में आ गए। इस दर्दनाक घटना में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और कई अन्य गंभीर रूप से झुलस गए।
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Rajasthan: 11 हजार वोल्ट का लगा करंट
बताया जा रहा है कि कांवड़ लाने वाले श्रद्धालु गांव के सरकारी स्कूल में रुके हुए थे और सुबह परिक्रमा के लिए निकले थे। इसी दौरान जैसे ही उनका रथ सड़क से गुजर रहा था, वह ऊपर से गुजर रही 11,000 वोल्ट की बिजली लाइन से छू गया।
करंट की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि न केवल रथ में सवार लोग बल्कि आसपास खड़े ग्रामीण भी उसकी चपेट में आ गए। वहां चीख-पुकार मच गई और चारों तरफ अफरा-तफरी फैल गई।
लोगों को पहुंचाया गया अस्पताल
हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। गंभीर रूप से घायल लोगों को तुरंत एंबुलेंस से पास के अस्पताल पहुंचाया गया। तहसीलदार ममता कुमारी ने बताया कि प्राथमिक जांच में हादसे का कारण हाईटेंशन लाइन से रथ का संपर्क आना सामने आया है।
हालांकि यह भी जांच की जा रही है कि कहीं तार टूटकर नीचे तो नहीं गिरा था।
घटना से नाराज़ ग्रामीणों और कांवड़ियों ने लक्ष्मणगढ़-मंडावर मार्ग को जाम कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाया और हालात को नियंत्रित किया।
फिलहाल गांव में शोक और तनाव का माहौल बना हुआ है। प्रशासन ने हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं और यह सवाल भी उठने लगे हैं कि धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा को लेकर कितनी गंभीरता बरती जाती है।