Bhajanlal government’s announcement: मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा कि पिछली सरकार ने जल जीवन मिशन, बिजली खरीद, बिना किसी संसाधनों के महाविद्यालयों खोलने जैसे दिशाहीन और गलत फैसले लिए। जल जीवन मिशन में जहां पानी के स्रोतों के बिना ही टंकी बना दी गई, वहीं बिजली खरीद में हजारों करोड़ का घाटा किया गया। महाविद्यालय खोलने के संबंध में भी बिना किसी मूलभूत सुविधाओं के अंधाधुंध महाविद्यालय राजसेस के तहत खोल दिए गए, जिनमें कोई स्थाई शिक्षक नहीं लगाया गया। उन्होंने कहा कि अब हमारी सरकार ने राजसेस के अंतर्गत खोले गए इन कॉलेजों की समीक्षा के लिए हाई पावर कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी इस सभी कॉलेजों की फिजिबिलिटी एवं औचित्य का परीक्षण कर आगे कार्यवाही करेगी।
शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के प्रयास
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को जयपुर में टैगोर इंटरनेशनल स्कूल के ऑडिटोरियम में आयोजित अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, राजस्थान (उच्च शिक्षा) के 62वें प्रांतीय अधिवेशन के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने तथा शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए लगातार कार्य कर रही है। प्रदेशवासियों को शिक्षा का बेहतर वातावरण देने के लिए राज्य सरकार कृतसंकल्पित है। उन्होंने कहा कि शिक्षक राष्ट्र के प्रति समर्पित होकर कार्य करते हैं तथा उनके विचारों का समाज पर गहरा प्रभाव होता है।
जल्द भरे जाएंगे शिक्षकों के खाली पद
सीएम शर्मा ने कहा कि महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों में शिक्षकों एवं कर्मचारियों के रिक्त पदों को भरने की कार्यवाही शीघ्र शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि कॉलेज शिक्षा विभाग एवं विश्वविद्यालयों में एसीपी एवं सीएस के लाभ से संबंधित जितने भी प्रकरण हैं, उन्हें तुरंत निस्तारित किया जाएगा। भविष्य में प्रतिवर्ष एसीपी और सीएस लाभ के लिए प्रक्रिया सुनिश्चित की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 के बाद उच्च शिक्षण संस्थानों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। केन्द्र सरकार ने 7 नए आईआईटी, 16 ट्रीपल आईटी, 7 आईआईएम, 15 एम्स और 390 विश्वविद्यालय स्थापित किए हैं।