Rajasthan Big News: राजस्थान के सरकारी अस्पतालों में सिस्टम को ठीक करने के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देशों के बाद चिकित्सा शिक्षा सचिव अम्बरीश कुमार एक्शन मोड में आ गए हैं।. शुक्रवार देर रात एसएमएस अस्पताल में व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के बाद शनिवार सुबह वह जयपुर में कांवटिया अस्पताल की व्यवस्थाओं का जायजा लेने पहुंचे। कांवटिया अस्पताल में भी उन्हें कई खामियां मिलीं। पता चला कि साल में एक बार भी अस्पताल में भौतिक सत्यापन तक नहीं हुआ। इस दौरान चिकित्सा शिक्षा सचिव ने प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में पायलट मोड पर क्यू मैनेजमेंट सिस्टम लागू करने और मरीज घर बैठे ऑनलाइन अपॉइंटमेंट सुविधा सुलभ कराने के स्पष्ट संकेत दिए।
नए साल में दो सुविधाएं देने का प्रयास
निरीक्षण के दौरान चिकित्सा शिक्षा सचिव ने कहा, ‘सीएम के हमे निर्देश हैं. मरीजों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं आनी चाहिए। हम क्यू मैनेजमेंट सिस्टम लागू करना चाहते हैं, ताकि पर्ची कटवाने के बाद मरीज को दिक्कत नहीं आए। लाल पीला हरे रंग इंडीकेट करेंगे। कांवटिया अस्पताल में बहुत सारा कबाड़ मिला है। इनको बेचने के निर्देश दिए गए। चिकित्सा शिक्षा सचिव ने कहा कि अगर कबाड़ नहीं हटाया जाता है तो उसे नोटिस दिया जाएगा। राज्य सरकार की पहली सालगिरह पर क्यू मैनेजमेंट सिस्टम लागू करने का प्रयास है। एक और नई योजना शुरू करेंगे। ऑनलाइन अपॉइंटमेंट, जिससे मरीज आसानी से डॉक्टर तक पहुंच सके।
डॉक्टरों को आईडी कार्ड लगाने के सख्त निर्देश
इससे पहले देर रात एसएमएस अस्पताल में निरीक्षण के दौरान भी अव्यवस्थाएं पाई गई थीं। चिकित्सा शिक्षा सचिव ने औचक निरीक्षण में मिली लापरवाही के बाद एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ.दीपक माहेश्वरी को पत्र लिखा था। पत्र में एसएमएस सहित सभी अस्पतालों मे सख्ती बरतने के आदेश जारी करते हुए अस्पताल में स्टाफ से लेकर डॉक्टरों को आईडी कार्ड लगाने के सख्त निर्देश दिए गए। इसके साथ ‘मे आई हैल्प यू’ सहायकों की नियुक्ति कर उन्हें सॉफ्ट स्किल ट्रेनिंग देने के भी निर्देश दिए गए। इमरजेंसी में सफाई ठेकेदार को माइक्रो सफाई व्यवस्था करने के भी निर्देश शामिल थे। सर्दी के मौसम को देखते हुए मरीजों और उनके परिजनों के लिए कंबल चद्दर उपलब्ध करवाने के लिए भी लिखा गया है।