पुतिन का अमेरिकी पत्रकारों से सख्त संदेश
मास्को लौटने के बाद व्लादिमीर पुतिन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमेरिकी रवैये पर कड़ा हमला बोला।
उन्होंने कहा कि भारत जैसे 25 करोड़ आबादी वाले देश और चीन जैसी बड़ी आर्थिक ताकत को धमकाने वाली भाषा में संबोधित करना किसी भी राष्ट्र प्रमुख के लिए शर्मनाक है।
भारत की भूमिका और अमेरिका का रवैया
पुतिन ने कहा कि भारत ने औपनिवेशिक दौर से लेकर आधुनिक समय तक हमेशा अमेरिका की मदद की है।
इसके बावजूद यदि अमेरिका अपने सहयोगी भारत से यह कहे कि “हम तुम्हें सज़ा देंगे”, तो यह न केवल असभ्य है बल्कि संबंधों के लिए खतरनाक भी है।
सम्मान की भाषा पर जोर
पुतिन ने स्पष्ट किया कि भारत और चीन जैसे प्रभावशाली देशों से बातचीत धमकी या दबाव की भाषा में नहीं हो सकती।
ऐसे देशों के साथ रिश्तों में सहयोग, समझदारी और आपसी सम्मान ही स्थायी और सफल संवाद की नींव बन सकते हैं।