Putin Ghost Train: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4-5 दिसंबर को भारत दौरे पर हैं और इसी दौरान एक बार फिर उनके आलीशान जीवन और सुरक्षा व्यवस्थाओं से जुड़ी चीजें चर्चा में हैं।
पुतिन के किले, निजी विमान, विशाल नौका और महंगी घड़ियों के साथ जिस चीज ने लोगों की सबसे ज्यादा जिज्ञासा बढ़ाई है, वह है उनकी रहस्यमयी घोस्ट ट्रेन।
घोस्ट या भूतिया शब्द सुनते ही आमतौर पर लोगों के मन में डरावनी छवि उभर आती है, इसलिए कई लोग यह सोचते हैं कि क्या यह ट्रेन सच में किसी भूतिया कहानी जैसी है,
लेकिन हकीकत इससे बिल्कुल अलग है और इस ट्रेन का नाम घोस्ट ट्रेन सिर्फ इसकी गोपनीयता और रहस्यमय उपयोग की वजह से पड़ा है, न कि इसमें किसी तरह का कोई भूत होने के कारण।
Putin Ghost Train: भूतिया ट्रेन
असल में यह ट्रेन पुतिन की यात्रा के लिए बनाई गई एक बेहद गुप्त, बख्तरबंद और हाई-टेक निजी ट्रेन है।
रूस जैसे विशाल और अस्थिर सुरक्षा वातावरण वाले देश में राष्ट्रपति की सुरक्षा सबसे बड़ी प्राथमिकता होती है। इसी कारण यह ट्रेन एक चलते-फिरते सुरक्षा किले की तरह तैयार की गई है।
जानकारी के अनुसार, इस ट्रेन में वह सारी आधुनिक और लक्जरी सुविधाएं मौजूद हैं जो किसी महंगे होटल या प्राइवेट जेट में होती हैं।
बताया जाता है कि इसमें आरामदायक सुइट्स, जिम, स्पा, ब्यूटी और कॉस्मेटोलॉजी सेंटर, बड़ी मीटिंग सुविधाएं और सुरक्षित कम्युनिकेशन सेंटर मौजूद होते हैं।
यह ट्रेन सामान्य ट्रेनों जैसी बिल्कुल नहीं दिखती और इसके रूट, यात्रा समय और लोकेशन को सार्वजनिक नहीं किया जाता।
सुरक्षा कारणों से इसकी मूवमेंट को पूरी तरह गुप्त रखा जाता है, और यही वजह है कि इसे घोस्ट ट्रेन यानी भूतिया ट्रेन नाम दे दिया गया।
पुतिन क्यों बचते है हवाई सफर से!
रूस की वाटरप्रूफ सुरक्षा व्यवस्था के तहत यह ट्रेन पूरी तरह बुलेटप्रूफ और हमलों से सुरक्षित बताई जाती है।
कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि इस ट्रेन में 20 से अधिक कैरिज हैं और प्रत्येक कैरिज खास जरूरतों के मुताबिक डिजाइन की गई है। कुछ साल पहले रूसी कंपनी जिरकॉन सर्विस से लीक हुए दस्तावेजों में इस ट्रेन की जानकारी सामने आई थी।
उन्हीं दस्तावेजों ने दुनिया को यह समझने का मौका दिया कि पुतिन किस तरह की निजी और सुपर-सीक्रेट ट्रेन में देश के भीतर यात्राएं करते हैं।
कहा जाता है कि पुतिन हाल के वर्षों में हवाई यात्रा से काफी हद तक बचते हैं, क्योंकि हवाई हमलों का खतरा हमेशा ज्यादा रहता है।
ट्रेन यात्रा उन्हें ज्यादा सुरक्षित, शांत और नियंत्रित माहौल देती है, जहां सुरक्षा एजेंसियां बिना किसी अतिरिक्त खतरे के व्यवस्था संभाल सकती हैं।
घोस्ट ट्रेन के नाम से मशहूर
इस ट्रेन की सबसे खास बात यह है कि इसके रूट समय-समय पर बदले जाते हैं और इसकी लोकेशन बहुत ही सीमित लोगों को पता होती है।
इस ट्रेन को कभी भी मीडिया या सार्वजनिक नजरों में नहीं आने दिया जाता। इसकी छवि रहस्य, गोपनीयता और सुरक्षा के मजबूत घेरे के कारण ऐसी बन चुकी है कि लोग इसे घोस्ट ट्रेन के नाम से पहचानने लगे हैं।
भारत दौरे के साथ ही पुतिन की इस गुप्त ट्रेन की चर्चा एक बार फिर तेज हो गई है और दुनिया भर में लोग यह जानने को उत्सुक हैं कि आखिर यह ट्रेन कितनी खास और कितनी सुरक्षित है।
असल में यह ट्रेन रूस के राष्ट्रपति की सुरक्षा का सबसे गोपनीय और शक्तिशाली साधन है, जो उन्हें खतरे से दूर रखते हुए आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का मौका देती है।

