Pregnancy: जब कोई महिला मां बनने वाली होती है, तो उसका पूरा जीवन बदल जाता है। उसका शरीर भी बदलता है और मन भी। ऐसे समय में पति-पत्नी के बीच नज़दीकी और प्यार भी बहुत मायने रखता है
लेकिन इस दौरान कई कपल्स के मन में यह सवाल आता है क्या हम इस समय शारीरिक संबंध बना सकते हैं? क्या ये हमारे आने वाले बच्चे के लिए ठीक रहेगा?
तो इसका जवाब है हां, अगर आपकी प्रेग्नेंसी में कोई दिक्कत नहीं है और डॉक्टर ने मना नहीं किया है, तो आप दोनों प्यार के वो पल पूरी तरह से सुरक्षित तरीके से जी सकते हैं। गर्भ में बच्चा एक नरम थैली (एमनियोटिक फ्लूइड) में होता है, जो उसे पूरी तरह से सुरक्षित रखती है।
आपके प्यार भरे पलों का उस पर कोई बुरा असर नहीं पड़ता। बल्कि ये नज़दीकियां आपको और आपके रिश्ते को और भी गहरा बना सकती हैं।
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Pregnancy: कब करना ठीक है?
- पहले तीन महीने : इस समय महिलाएं थोड़ी थकी-थकी, कमजोर और चिड़चिड़ी महसूस कर सकती हैं। मन करता है आराम करने का, लेकिन अगर महिला ठीक महसूस करे तो धीरे से, प्यार से संबंध बनाना बिल्कुल सुरक्षित है।
- चौथे से छठे महीने : यह सबसे अच्छा समय होता है। शरीर में एनर्जी रहती है, मूड अच्छा रहता है और कई बार प्यार की भावना भी बढ़ जाती है। ऐसे में आप दोनों खुलकर प्यार के लम्हे बांट सकते हैं।
- आखिरी तीन महीने : पेट बड़ा हो जाता है, कुछ पोजीशन असहज लग सकती हैं, लेकिन अगर आप आरामदायक ढंग से, एक-दूसरे की भावना समझकर आगे बढ़ें तो यह भी सुरक्षित हो सकता है। हां, इस समय डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
कब नहीं करना चाहिए?
- रक्तस्राव या स्पॉटिंग होना
अगर आपको कभी भी योनि से खून आ रहा हो या हल्का-फुल्का रक्त दिखे (जिसे स्पॉटिंग कहते हैं), तो इस समय शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए। यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है, इसलिए तुरंत डॉक्टर से मिलें। - प्लेसेंटा प्रिविया
यह तब होता है जब गर्भ में मौजूद प्लेसेंटा (नाल) गर्भाशय के मुंह (ग्रीवा) को आंशिक या पूरी तरह से ढक लेता है। इस स्थिति में संभोग करने से खून बहने या प्लेसेंटा को नुकसान पहुंचने का खतरा होता है। ऐसे में संबंध बनाने से पूरी तरह बचना चाहिए। - गर्भाशय ग्रीवा की कमजोरी
यदि डॉक्टर ने बताया है कि आपकी गर्भाशय की ग्रीवा (सर्विक्स) कमजोर है और समय से पहले खुलने का खतरा है, तो ऐसे में संभोग नहीं करना चाहिए। इससे समय से पहले प्रसव हो सकता है। - पानी की थैली फूटना
अगर आपकी एमनियोटिक थैली (जिसमें बच्चा सुरक्षित रहता है) फट गई हो या आपको योनि से पानी जैसा बहाव महसूस हो रहा हो, तो यह बेहद संवेदनशील स्थिति होती है। ऐसे में संबंध बनाना पूरी तरह मना है, क्योंकि संक्रमण का खतरा बहुत बढ़ जाता है। - समय से पहले डिलीवरी का इतिहास
यदि आपकी पिछली डिलीवरी समय से पहले हुई थी, तो इस बार भी ऐसा खतरा हो सकता है। ऐसे मामलों में डॉक्टर आमतौर पर सावधानी बरतने और शारीरिक संबंध से परहेज़ करने की सलाह देते हैं। - जुड़वा या अधिक बच्चों का गर्भ होना
अगर आप जुड़वा या उससे अधिक बच्चों को गर्भ में लिए हुए हैं, तो यह एक उच्च जोखिम वाली प्रेग्नेंसी मानी जाती है। इस स्थिति में शरीर पर ज्यादा दबाव होता है, इसलिए संभोग को लेकर डॉक्टर की राय बेहद ज़रूरी होती है। कई बार इस दौरान संबंध बनाने से मना किया जाता है। - योनि में संक्रमण होना
अगर आपको योनि में किसी भी तरह का संक्रमण है, जैसे जलन, बदबूदार स्राव, खुजली या सूजन, तो इस समय शारीरिक संबंध नहीं बनाने चाहिए। इससे संक्रमण और बढ़ सकता है और गर्भस्थ शिशु को भी नुकसान हो सकता है।
रोमांस के टाइम रखें ध्यान
- ऐसा कोई तरीका अपनाएं जिसमें पेट पर दबाव न आए
- सफाई का पूरा ध्यान रखें
- अगर महिला थक गई हो, तो जबरदस्ती बिल्कुल न करें
- एक-दूसरे से खुलकर बात करें, जैसे कि आप बेस्ट फ्रेंड हों
- सबसे ज़रूरी एक-दूसरे का साथ और भावनाओं का सम्मान करें
याद रखिए प्रेग्नेंसी सिर्फ एक महिला की नहीं, बल्कि आप दोनों की जर्नी है। इसमें प्यार, समझदारी और थोड़ा सा धैर्य बहुत ज़रूरी होता है। अगर आप दोनों एक-दूसरे के साथ हैं, तो ये नौ महीने सिर्फ इंतज़ार के नहीं, बल्कि प्यार के, अपनापन के और साथ चलने के सबसे हसीन पल हो सकते हैं।
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