Paneer: आजकल बाजार में मिलने वाले खाने-पीने के सामान में मिलावट आम हो चुकी है, और सबसे ज्यादा जो चीज इससे प्रभावित हो रही है, वह है पनीर। पनीर भारतीय रसोई का अहम हिस्सा है, लेकिन यही अगर नकली या सिंथेटिक हो तो यह सेहत के लिए गंभीर खतरा बन सकता है। नकली पनीर में सिंथेटिक दूध, डिटर्जेंट, स्टार्च और अन्य हानिकारक रसायन मिले होते हैं, जो पेट, लीवर और किडनी को नुकसान पहुंचा सकते हैं। ऐसी स्थिति में यह जरूरी हो जाता है कि हम पनीर की शुद्धता की पहचान करना सीखें, ताकि सेहत से कोई समझौता न हो।
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Paneer: पनीर की करें पहचान
घर पर ही हम एक आसान तरीका अपनाकर पनीर असली है या नकली, इसका पता लगा सकते हैं। इसके लिए बस हल्का गर्म पानी लेना होता है, जो उबला न हो, सिर्फ गर्म हो। इसमें पनीर का एक छोटा टुकड़ा डालकर 5 से 10 मिनट तक छोड़ देना चाहिए।
अगर पनीर असली है तो वह अपनी मूल बनावट बनाए रखेगा, पानी में घुलेगा नहीं, कोई झाग या चिकनाहट नहीं छोड़ेगा और उसकी गंध भी सामान्य बनी रहेगी। लेकिन यदि वह नकली है, तो वह जल्दी टूट जाएगा या बिखर जाएगा। इसके साथ ही पानी पर सफेद झाग, तेल जैसी परत या स्टार्च जैसी चिकनाहट दिखाई दे सकती है, और बदबूदार गंध भी आ सकती है। यह संकेत होते हैं कि पनीर में मिलावट है।
नकली पनीर से हो सकती है स्वास्थ्य समस्या
इसके अलावा एक और तरीका है जिससे स्टार्च की मिलावट का पता लगाया जा सकता है। इसके लिए पनीर को मसलकर उसमें 2 से 3 बूंद आयोडीन टिंचर या हल्दी वाला पानी डालना होता है। यदि पनीर में स्टार्च मिला है, तो इसका रंग नीला या काला हो जाता है। यह मिलावट का स्पष्ट प्रमाण है और ऐसे पनीर से दूर रहना चाहिए।
नकली पनीर का सेवन कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकता है। इससे पेट दर्द, गैस, उलटी, दस्त जैसी परेशानियां तो होती ही हैं, साथ ही लंबे समय तक इसका सेवन लिवर और किडनी को भी प्रभावित करता है। यह फूड पॉइजनिंग का कारण भी बन सकता है और गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकता है।
सबसे बेहतर यही है कि पनीर हमेशा किसी भरोसेमंद ब्रांड या स्थानीय विश्वसनीय डेयरी से ही खरीदें। अगर संभव हो तो घर पर ही दूध से पनीर बनाएं, ताकि शुद्धता सुनिश्चित हो सके। साथ ही पनीर खरीदते समय उसकी बनावट, रंग और गंध जरूर जांचें। थोड़ी सी सावधानी आपको बड़ी बीमारी से बचा सकती है।
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