Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार (22 अप्रैल, 2025) को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिला दिया है। इस हमले में 27 लोग मारे गए। इनमें दो विदेशी नागरिक शामिल हैं। हमले के बाद शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने एक विवादास्पद बयान दिया है।
कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी और जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रियाएं दीं। लेकिन संजय राउत का बयान बेहद आपत्तिजनक है। एक तरफ आतंकियों ने 27 लाशें बिछा दी, दूसरी तरफ संजय राउत ने ऐसा बयान दिया है, जिसे सुन हर कोई स्तब्ध है।
‘हमले के लिए भाजपा की नफरत की राजनीति जिम्मेदार’
संजय राउत ने इस हमले के लिए भाजपा की नफरत की राजनीति को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को विफल गृह मंत्री बताते हुए उनके इस्तीफे की मांग की। राउत ने कहा कि आतंकियों ने हमले से पहले लोगों की धार्मिक पहचान पूछी थी और इसके लिए भाजपा की नफरत भरी राजनीति दोषी है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह नफरत पश्चिम बंगाल से जम्मू-कश्मीर तक फैल रही है।
‘तो सर्जिकल स्ट्राइक की कह सकते हैं बात’
संजय राउत ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी को आतंकवाद खत्म करने का उपाय बताया था, लेकिन आतंकी हमले बढ़ रहे हैं। उन्होंने शाह और मोदी पर संसद में झूठ बोलने और ऐसी घटनाओं को छिपाने का आरोप लगाया। राउत ने आशंका जताई कि सरकार बिहार चुनाव को ध्यान में रखकर इस हमले का राजनीतिक फायदा उठाने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक की बात कर सकती है। अब सवाल उठता है कि संजय राउत का यह बयान कितना गैरजिम्मेदाराना हैं। जब सीमा पर 27 लाशें पड़ी हुई थीं तब संजय राउत ऐसी बाते कर रहे थे।
सोनिया ने की निंदा, कहा- यह कायरतापूर्ण और जघन्य
उधर, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने पहलगाम हमले को कायरतापूर्ण और जघन्य बताते हुए इसकी कड़ी निंदा की। अपने बयान में उन्होंने कहा कि मैं इस हमले से बहुत दुखी और स्तब्ध हूं। हिंसा का सहारा लेना कायरता है और इसकी कड़े शब्दों में निंदा होनी चाहिए। सोनिया गांधी ने जोर देकर कहा कि आतंकवाद के खिलाफ पूरा देश एकजुट है और हमें अतीत की तरह व्यापक सामाजिक सहमति बनानी होगी। उन्होंने नागरिकों की सुरक्षा और क्षेत्र में शांति सुनिश्चित करने की जरूरत पर बल दिया।
इन्होंने भी की आंतकी हमले की कड़ी निंदा
जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तारिक हामिद कर्रा और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने इस हमले को क्रूर और घृणित बताया। कांग्रेस ने इस आतंकी कृत्य के खिलाफ 23 अप्रैल को जम्मू के शहीदी चौक में विरोध प्रदर्शन की घोषणा की। तारा चंद, रमन भल्ला, चौधरी लाल सिंह, रविंदर शर्मा और अन्य नेताओं ने संयुक्त बयान में पीड़ितों के लिए न्याय की मांग की और दुख व्यक्त किया। पूर्व केंद्रीय मंत्री सैफुद्दीन सोज ने भी हमले की निंदा करते हुए कहा, “यह जघन्य अपराध है। मेरा दिल पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ है।”