Pahalgam: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले के बाद भारत ने कुछ ऐसे कड़े कदम उठाए हैं जिनसे पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है। पाकिस्तान के नेता बार-बार ऐसे बयान दे रहे हैं जिनमें उनकी घबराहट साफ दिखती है। कभी जंग की धमकी देते हैं तो कभी परमाणु युद्ध की बात करते हैं।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री और ISPR के अधिकारी लगातार कह रहे हैं कि पाकिस्तान के पास परमाणु शक्ति है और वो डरने वाला नहीं है, लेकिन सच्चाई यह है कि परमाणु ताकत के मामले में भारत काफी आगे है। अगर पाकिस्तान ने कोई गलत कदम उठाया तो भारत का जवाब ऐसा होगा जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की होगी।
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Pahalgam: पाक में भारत के शख्स ने बनाया परमाणु शक्ति
पाकिस्तान में परमाणु शक्ति बनाने वाला शख्स भारत में ही पैदा हुआ था। उसका नाम है अब्दुल कादिर खान। उनका जन्म 1935 में ब्रिटिश भारत के भोपाल में हुआ था। बंटवारे के बाद उनका परिवार पाकिस्तान चला गया। अब्दुल कादिर खान के पिता शिक्षक थे और उनके दादा-परदादा सेना में अधिकारी रहे थे। खान अक्सर कहा करते थे कि जिसका कोई देश नहीं होता, उसे सब लात मारते हैं।
खान ने पाकिस्तान में रहकर विज्ञान की पढ़ाई की और फिर यूरोप चले गए। 1972 में उन्होंने बेल्जियम के एक विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की डिग्री ली और फिर एम्स्टर्डम की एक रिसर्च लैब में काम करने लगे। ये लैब एक बड़ी यूरोपीय न्यूक्लियर कंपनी URENCO के लिए काम करती थी। URENCO यूरोप की वो संस्था थी जो यूरेनियम को संवर्धित करके हथियार बनाने लायक बनाती थी। हिरोशिमा पर गिराए गए बम में भी ऐसा ही ईंधन इस्तेमाल हुआ था।
प्लांट के आस-पास के इलाके में घूमता था
खान को वहां टेक्निकल दस्तावेजों का ट्रांसलेटर करने का काम मिला, जिसे वो अक्सर घर पर किया करते थे। 1974 में उन्हें 16 दिन के लिए उस प्लांट के सबसे गोपनीय हिस्से में काम करने का मौका मिला, जहां उन्होंने तमाम जरूरी जानकारियां हासिल कर लीं। इस दौरान उन्होंने नोटबुक में कई चीजें नोट कीं और आसपास के इलाके में घूमते भी देखे गए, लेकिन किसी को शक नहीं हुआ।
पाकिस्तान जल्द ही बम बना सकता है
1976 में अचानक वह पाकिस्तान लौट गए और वहीं से देश के परमाणु कार्यक्रम की शुरुआत की। उन्होंने काहुटा नाम की जगह पर न्यूक्लियर रिसर्च का काम शुरू किया। उस दौर में उन्होंने कई पाकिस्तानी एजेंट्स को खत लिखकर बताया कि उनकी टीम यूरेनियम संवर्धन में सफल हो रही है। पश्चिमी देशों को इसकी भनक लग गई थी। CIA ने एक रिपोर्ट में कहा था कि पाकिस्तान जल्द ही बम बना सकता है। हालांकि, पाकिस्तान के राष्ट्रपति जिया-उल-हक ने दुनिया को भरोसा दिलाया कि उनका कोई ऐसा इरादा नहीं है। लेकिन अब्दुल कादिर खान ने साफ कर दिया था कि अगर जरूरत पड़ी तो पाकिस्तान बम बना सकता है।
‘सुपर स्पाई’ का नाम दिया
1980 तक पाकिस्तान हथियार बनाने लायक यूरेनियम बना चुका था। 1983 में उसने चुपचाप परमाणु परीक्षण भी कर लिया था। डच सरकार ने उन पर जांच की थी, लेकिन यह साबित नहीं हो पाया कि वह जासूस थे। ऐसा माना जाता है कि जब भारत ने 1974 में न्यूक्लियर टेस्ट किया था, तभी से अब्दुल कादिर खान ने URENCO की जानकारी चुरानी शुरू कर दी थी। पाकिस्तान में परमाणु ताकत की नींव भारत में जन्मे एक शख्स ने रखी थी। आज वहीं पाकिस्तानी भारत के खिलाफ परमाणु शक्ति के इस्तेमाल की धमकी दे रहे है।
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