7 मई 2025: भारत ने एक बार फिर आतंकवाद के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति को दोहराते हुए पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर सटीक और करारा प्रहार किया है। भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्रों और पंजाब प्रांत में स्थित आतंकी संगठनों के 9 प्रमुख ठिकानों को निशाना बनाया। यह ऑपरेशन जम्मू-कश्मीर में हाल के आतंकी हमलों के जवाब में किया गया, जिनके तार जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों से जुड़े थे।
Table of Contents
ऑपरेशन सिंदूर: भारत का सटीक प्रहार
ऑपरेशन सिंदूर: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारतीय वायुसेना और विशेष बलों ने अत्याधुनिक तकनीक और खुफिया जानकारी के आधार पर आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया। सूत्रों के अनुसार, यह ऑपरेशन कई महीनों की गहन निगरानी और खुफिया तंत्र की मेहनत का नतीजा था। निशाने पर थे जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों के प्रशिक्षण शिविर और हथियार डिपो, जो भारत के खिलाफ साजिश रच रहे थे।
निशाने पर ये 9 ठिकाने, मदरसों में पल रहा था आतंक
भारत ने जिन 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट किया, उनकी सूची इस प्रकार है:
- मारकज सुभान अल्लाह, बहावलपुर (जैश-ए-मोहम्मद का गढ़)
- मरकज तैबा, मुरिदके, पंजाब (लश्कर-ए-तैयबा का प्रमुख केंद्र)
- सरजल/तेहरा कलां सुविधा (जैश-ए-मोहम्मद का प्रशिक्षण शिविर)
- महमूना जिया सुविधा, सियालकोट
- मारकज अहले हदीस बरनाला, भिंबर
- मारकज अब्बास, कोटली
- मस्कर रहील शहीद, कोटली जिला
- शवाई नल्लाह कैंप, मुजफ्फराबाद
- मारकज सय्यदना बिलाल
इन ठिकानों पर जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी प्रशिक्षण ले रहे थे और भारत के खिलाफ हमलों की योजना बना रहे थे। खुफिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन कैंपों में भारी मात्रा में हथियार, विस्फोटक और संचार उपकरण मौजूद थे।

ऑपरेशन की रणनीति और तकनीक
ऑपरेशन सिंदूर: सैन्य सूत्रों के अनुसार, ऑपरेशन में ड्रोन, सैटेलाइट इमेजरी और मानव खुफिया जानकारी का इस्तेमाल किया गया। भारतीय वायुसेना के मिराज-2000 और सुखोई-30 एमकेआई फाइटर जेट्स ने सटीक लेजर-गाइडेड मिसाइलों से हमले किए।
इसके अलावा, विशेष बलों ने कुछ ठिकानों पर जमीनी कार्रवाई भी की। ऑपरेशन की खास बात यह थी कि इसे रात के समय अंजाम दिया गया, ताकि नागरिक हताहतों से बचा जा सके।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया और भारत का जवाब
ऑपरेशन सिंदूर: पाकिस्तान ने इन हमलों को ‘अनुचित उकसावा’ करार देते हुए इसका विरोध किया है। हालांकि, भारतीय विदेश मंत्रालय ने साफ कर दिया कि यह ऑपरेशन आत्मरक्षा में किया गया और इसका मकसद केवल आतंकी ठिकानों को नष्ट करना था।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, “भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में कोई ढील नहीं बरतेगा। हमारी सेना ने साहस और सटीकता के साथ उन ठिकानों को नष्ट किया, जो हमारे देश के लिए खतरा थे।”
आहत भारत में खुशी की लहर
ऑपरेशन सिंदूर: भारत में इस ऑपरेशन को लेकर जनता में उत्साह का माहौल है। सोशल मीडिया पर #OperationSindoor ट्रेंड कर रहा है, जहां लोग भारतीय सेना की बहादुरी की तारीफ कर रहे हैं। रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह ऑपरेशन भारत की सैन्य क्षमता और आतंकवाद के खिलाफ उसकी दृढ़ता का प्रतीक है।
रिटायर्ड मेजर जनरल जी.डी. बख्शी ने कहा, “यह ऑपरेशन भारत की नई रणनीति को दर्शाता है, जहां हम दुश्मन को उसके घर में घुसकर जवाब देंगे।”
आगे की राह
ऑपरेशन सिंदूर: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने एक बार फिर साबित कर दिया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई में पीछे नहीं हटेगा। यह ऑपरेशन न केवल आतंकी संगठनों के लिए एक चेतावनी है, बल्कि उन देशों के लिए भी एक संदेश है जो आतंकवाद को पनाह देते हैं।
आने वाले दिनों में भारत और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक तनाव बढ़ सकता है, लेकिन भारत ने साफ कर दिया है कि वह अपनी सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं करेगा।
Mock Drill: गृह मंत्रालय का राज्यों को सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल करने का निर्देश