Olympics 2036: भारत में ओलंपिक 2036 की मेजबानी के दावे के बाद अब इसके आयोजन को लेकर चर्चा तेज होने लगी है। ऐसा कहा जा रहा है कि ओलंपिक का आयोजन दिल्ली एनसीआर या ताजनगरी आगरा में हो सकता है। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आइओसी) भारत की दावेदारी पर विचार करती है तो अगला कदम मेजबान शहर की पहचान करना होगा।
Olympics 2036: ताजमहल को ओलंपिक के प्रतीक के रुप में
अब तक ओलपिंक को लेकर अहमदाबाद और मुंबई को देखा जा रहा था। अहमदाबाद में 1.32 लाख दर्शकों की क्षमता वाले नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम व मुंबई को देश की वित्तीय राजधानी होने के कारण ओलंपिक का दावेदार माना जा रहा था। हालांकि ओलंपिक आयोजन कराने वाले लोगों का कहना है कि सिटी को चूज करने के दौरान पर्यटन का खास ख्याल रखा जाता है। जैसे लंदन ओलंपिक 2012 टेम्स नदी और टावर ब्रिज को ध्यान में रखते हुए आयोजित किया गया था। इसी तरह रियो-2016 में क्राइस्ट द रिडीमर की मूर्ति और फ्रांस में एफिल टावर को प्रमुखता दी गई। बता दें कि ताजमहल दुनिया के 7 अजूबों में शामिल है ऐसे में सरकार ताजमहल को ओलंपिक के प्रतीक के रूप में इसका इस्तेमाल कर सकती है।
पर्यटन और आर्थिक विकास को बढ़ावा
दिल्ली-एनसीआर का चयन इसके मौजूदा बुनियादी ढांचे और अंतरराष्ट्रीय पहुंच के कारण संभावित है, लेकिन आगरा के चयन से भारत अपने ऐतिहासिक धरोहरों को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित कर सकता है। ओलंपिक आयोजन न केवल भारत की खेल क्षमताओं को प्रदर्शित करेगा, बल्कि पर्यटन और आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगा। सरकार और ओलंपिक आयोजन समिति को मेजबान शहर का चयन करते समय सुविधाओं, दर्शकों की क्षमता, और सांस्कृतिक महत्व जैसे सभी पहलुओं पर विचार करना होगा। ताजमहल का उपयोग ओलंपिक प्रतीक के रूप में भारत को एक अनूठी पहचान देगा, जिससे यह आयोजन ऐतिहासिक और यादगार बन सकेगा।