PM Modi’s new Cabinet: नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में लगातार तीसरी बार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सरकार बनने जा रही है, लेकिन इस भाजपा बहुमत के आंकड़े 272 से कम है। भाजपा की 240 सीटों सहित एनडीए को 293 सीटें मिली हैं। ऐसे में सत्ता की चाबी NDA के दो बड़े पार्टनर नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू के हाथ में रहेगी।
वहीं, विपक्ष की बेंच पर 232 सीटों के साथ INDIA अलायंस के सहयोगी राहुल गांधी, अखिलेश यादव जैसे चेहरे रहेंगे. मोदी ने बुधवार दोपहर राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंप दिया. शाम को उन्हें NDA का नेता भी चुन लिया गया. लोकसभा भंग की जा चुकी है. 8 जून को शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है. इस बीच नरेंद्र मोदी सरकार 3.0 में किसे मंत्रीपद मिल सकता है, इसे लेकर अटकलें भी तेज हो गई हैं. आइए जानते हैं कैसी हो सकती है नरेंद्र मोदी की नई टीम:-
सरकार का रोडमैप तैयार
नरेंद्र मोदी ने पीएम पद के शपथ से पहले ही सरकार के कामकाज का रोडमैप बना लिया है। नतीजों के बाद उन्होंने अपने भाषण में भी इस ओर इशारा किया। नतीजों से ठीक पहले भी प्रधानमंत्री ने एक के बाद एक बैठकें की थीं, जिसमें नई सरकार के एजेंडे पर मंथन हुआ था।
ये फिर से बन सकते हैं मंत्री
सूत्रों के मुताबिक, चुनाव में जीते हुए सभी मंत्री फिर से मंत्री बनाए जा सकते हैं। इस चुनाव में अमित शाह ने गांधीनगर (गुजरात), राजनाथ सिंह ने लखनऊ (यूपी), नितिन गडकरी ने नागपुर (महाराष्ट्र), पीयूष गोयल ने मुंबई नॉर्थ (महाराष्ट्र), गजेंद्र सिंह शेखावत ने जोधपुर (राजस्थान), भूपेंद्र यादव ने अलवर (राजस्थान) से जीत दर्ज की है. ऐसे में इन्हें फिर से नरेंद्र मोदी की टीम में देखा जा सकता है।
एनडीए के प्रस्ताव में 21 लोगों के नाम
मोदी सरकार की तीसरी पारी में घटक दलों में से किसे और कितनी संख्या में कैबिनेट का हिस्सा बनाया जाएगा? ये भी एक सवाल है। बुधवार को पास हुए NDA के प्रस्ताव में कुल 21 लोगों के नाम हैं। इसमें पांचवें नंबर पर चंद्रबाबू नायडू और छठे नंबर पर नीतीश कुमार का नाम दर्ज है। NDA के साथी TDP ने चुनाव में 15 सीटें मिली हैं, जबकि JDU ने 12 सीटें जीती हैं. NDA में BJP के बाद यही दोनों पार्टियां संख्या बल में सबसे बड़ी हैं।
स्मृति ईरानी को दोबारा मिल सकती है जगह
लोकसभा में बीजेपी को बहुमत नहीं मिलने के कारण नई कैबिनेट बनाना पीएम मोदी की चुनौती है। खबर ये भी है कि कुछ मंत्रियों को नई सरकार में रिपीट नहीं किया जाएगा, जबकि कुछ हारे हुए नेताओं को भी कैबिनेट में शामिल किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, अमेठी से हारने वाली स्मृति ईरानी को दोबारा मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है। संवैधानिक प्रावधान के मुताबिक, सरकार के मंत्रिपरिषद में लोकसभा के सदस्यों की कुल संख्या के 15 प्रतिशत तक मंत्री हो सकते हैं। यानी प्रधानमंत्री के अलावा उनकी टीम में 78 मंत्री शामिल किए जा सकते हैं।