Mirabai Chanu: पेरिस ओलंपिक में मीराबाई चानू बेहद मामूली अंतर से भारत को वेटलिफ्टिंग में मेडल दिलाने से चूक गई। इसी के साथ भारतवासियो की वेटलिफ्टिंग में मैडल पाने की उम्मीदे भी टूट गयी हैं।
आज यानि 8 अगस्त को मीराबाई का तीसवा जन्मदिन भी था। ऐसे में उनके पास इतिहास रचने का मौका था मगर शायद आज मैडल जितना उनकी किस्मत में नही था। हालाँकि मीराबाई ने अपनी हार की वजह भी बताई है।
मीराबाई ने यह कहा
इवेंट खत्म होने के बाद मीराबाई ने कहा की आज के परफॉरमेंस से वो बहुत खुश है, कम्पीटीशन्स में हर खिलाडी के साथ कुछ न कुछ होता ही रहता है। सभी लोग जानते हैं कि उन्होंने काफी इंजरी फेस की है, रियो ओलंपिक 2016 में इंजरी की वजह से उनके हाथ से मेडल मिस हो गया था। मीराबाई ने आगे कहा की उसके बाद वो वर्ल्ड चैम्पियन बनी और टोक्यो ओलंपिक में भारत को सिल्वर मेडल दिलाया। इस बार भी उन्होंने पूरी कोशिश करी मगर, एशियन गेम्स में इंजरी के चलते उनको 4-5 महीने रिहैब में चली गई। इसलिए ओलंपिक के लिए उनके पास टाइम कम था।
इसके अलावा मीरा ने कहा की आज उनकी किस्मत ख़राब थी और फीमेल की प्रॉब्लम (पीरियड) भी थी। आज उनके पीरियड का तीसरा दिन था।
#WATCH | Paris: Indian Weightlifter Mirabai Chanu speaks on finishing 4th in women’s 49 kg weightlifting event at #ParisOlympics2024
She says, “I tried my best to win a medal for the country but I missed it today…It is a part of the game, we all sometimes win and sometimes… pic.twitter.com/hPyYCt7AOL
— ANI (@ANI) August 7, 2024
मीराबाई चानू: एक किलोग्राम से चूक गई मेडल
मीराबाई ने 49 किलोग्राम भार वर्ग में प्रतिस्पर्धा की और स्नैच राउंड में अच्छा प्रदर्शन किया, 88 किलोग्राम वजन उठाकर तीसरे स्थान पर रहीं। हालांकि, क्लीन एंड जर्क राउंड में उनका प्रदर्शन उतना अच्छा नहीं रहा, कुल 199 किलोग्राम वजन उठाकर वे पदक से केवल एक किलोग्राम से चूक गईं। स्वर्ण पदक चीन की होउ झिहुई को मिला, जिन्होंने क्लीन एंड जर्क में ओलंपिक रिकॉर्ड बनाया। मीराबाई चौथे स्थान पर रहीं, जबकि रजत पदक होउ झिहुई को और कांस्य पदक थाईलैंड की सुरोदचन खाम्बो को मिला।
टोक्यो ओलिंपिक में किता था सिल्वर
मीराबाई के पास ओलंपिक में पदक जीतकर इतिहास रचने का मौका था। इसके बाद वो ओलंपिक में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय वेटलिफ्टर हो सकती थीं। उनसे पहले कर्णम मल्लेश्वरी ने सिडनी 2000 में कांस्य पदक जीता था। मीराबाई ने टोक्यो में रजत पदक जीतकर यह रिकॉर्ड तोड़ दिया। 30 साल की मीराबाई ने पिछले ओलंपिक में 202 किलोग्राम (87 किलोग्राम और 115 किलोग्राम) उठाकर रजत पदक जीता था। उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में भी अच्छा प्रदर्शन किया, जहां उन्होंने 201 किलोग्राम (88 किलोग्राम और 113 किलोग्राम) उठाया।
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