Loudspeaker Controversy: राजस्थान की राजधानी जयपुर में अजान में लाउड स्पीकर विवाद के बाद भाजपा विधायक बालमुकुंद आचार्य को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की ओर से ‘नमूना’ बताए जाने के खिलाफ हिंदूवादी संगठनों ने धरना-प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। उन्होंने डोटासरा से माफी की मांग की है। बुधवार रात जयपुर में बालमुकुंद आचार्य समर्थकों ने रैली निकाली और प्रदर्शन किया।
गुरुवार को बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि डोटासरा के बयान से अध्यात्म और साधु संतों का अपमान हुआ है। इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि डोटासरा के बयान के विरोध में पूरे राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा के संत आक्रोश व्यक्त कर रहे हैं।
‘नियमों के अनुरूप रखा जाए वॉल्यूम’
बालमुकुंद आचार्य ने कहा कि मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा, जिस पर कि डोटासरा ने अध्यात्म को लेकर टिप्पणी की। मैंने तो यही कहा था कि रात को 2 बजे माइक लेकर घूम रहे हैं। सरकारी खंभों और सार्वजनिक इमारतों पर माइक लगा रहे हैं। मेरा कहने का मतलब यह था कि कोर्ट का आदेश है, वॉल्यूम कितना होना चाहिए।
लाउड स्पीकर का वॉल्यूम निर्धारित मानदंड के अनुसार रखा जाए। सुबह 5 बजे लाउड स्पीकर चले, इस पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन रात को 2 बजे माइक चला कर कहना कि जाग जाओ। यह ठीक नहीं है।
‘एक ही धर्म को टारगेट करना ठीक नहीं’
उधर, लाउड स्पीकर को लेकर निर्दलीय विधायक यूनुस खान ने कहा कि लाउड स्पीकर पूरे देश में बड़ी समस्या है, लेकिन इसे लेकर किसी एक धर्म विशेष को टारगेट करना ठीक नहीं। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि रात को डीजे बजते हैं। अनेकों अनुष्ठान में लाउड स्पीकर का इस्तेमाल होता है। उस पर भी बात होनी चाहिए, लेकिन किसी एक धर्म को टारगेट करना ठीक नहीं।